औरंगाबाद: मकर संक्रांति में अभी 10-12 दिन बाकी हैं, लेकिन इसके पहले ही पतंग उड़ाने में उपयोग होने वाले खतरनाक नायलॉन मांझे से गंभीर दुर्घटनाओं की खबरें आ रही हैं। इन्हीं घटनाओं को रोकने और घातक मांझे के उपयोग पर अंकुश लगाने के लिए औरंगाबाद के “श्री शिवाय नमस्तुभयं” ग्रुप ने परमपूज्य पंडित प्रदीप मिश्रा जी की प्रेरणा से एक जनजागृति अभियान शुरू किया है।
पोस्टर का अनावरण और अभियान का शुभारंभ
कल इस अभियान की शुरुआत पुलिस आयुक्त प्रवीण पवार (CP) साहब के हाथों “घातक मांझे का उपयोग न करें, सामाजिक जिम्मेदारी निभाते हुए पतंग उड़ाएं” संदेश वाले पोस्टर के अनावरण के साथ हुई।
महादेव के अनुयायियों की अपील
ग्रुप के अनुसार, महादेव समस्त जीव-जंतुओं के नाथ हैं। अगर हम खुद घातक मांझे का उपयोग कर किसी को चोट पहुंचाते हैं, तो इससे पशुपतिनाथ को भी दुख होता है। ग्रुप के अध्यक्ष अक्षय ठुबे पाटील ने सभी से अपील की कि पतंग जरूर उड़ाएं, लेकिन इसे प्रतिस्पर्धा या एक-दूसरे की पतंग काटने का माध्यम न बनाएं। त्योहार की परंपरा और खुशी के लिए साधारण डोर का उपयोग करें।
सक्रिय सदस्यों की भागीदारी
इस जनजागृति अभियान में अक्षय ठुबे पाटील, सतीश आहेरकर, संजय राजगुरु, सोमनाथ पवार, ऋषि भंडारी, ज्योति राजगुरु, जयश्री शिंदे, विनोद जाधव, दीपक शिंदे, जया चंद्रहास और स्वाती जाधव समेत कई लोग सक्रिय रूप से जुड़े हुए हैं।
यह अभियान समाज को जागरूक करने का प्रयास है, ताकि त्योहार खुशी और सुरक्षा के साथ मनाया जा सके।