भाईंदर से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ा दी है। 8 साल के मासूम बच्चे ने कुएं में कूदकर आत्महत्या कर ली। इस घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। बताया जा रहा है कि बच्चे की मां ने दूसरा विवाह किया था, जिसके बाद उसे उसके पहले पति ने अनाथ आश्रम में छोड़ दिया। मां से अलग होने और अनाथ आश्रम में रहने की पीड़ा से दुखी होकर बच्चे ने यह खौफनाक कदम उठाया।
घटना की पूरी जानकारी:
इस बच्चे की मां ने कुछ समय पहले दूसरा विवाह कर लिया था, जिसके बाद उसके पहले पति ने अपने बेटे को अनाथ आश्रम में छोड़ दिया। बच्चा अनाथ आश्रम में रह रहा था, लेकिन वहां उसका दिल नहीं लगा। जब पिछले महीने उसकी मां उसे मिलने आई, तो बच्चे ने अपनी मां से अनाथ आश्रम में रहने से मना कर दिया। उसने अपनी मां से बार-बार कहा, “मुझे यहां से ले चलो, मुझे यहां नहीं रहना है।”
लेकिन उसकी मां ने उसे अपने साथ रखने से इनकार कर दिया क्योंकि उसने दूसरी शादी कर ली थी। यह बात बच्चे को गहरे सदमे में डाल गई। इस भावनात्मक और मानसिक दबाव के चलते उसने आत्महत्या का रास्ता चुन लिया। मंगलवार को सुबह 7:30 बजे के करीब यह घटना सामने आई, जब आश्रम के कर्मचारियों ने देखा कि बच्चा कुंए में कूद चुका है।
आत्महत्या से पहले की स्थिति:
जानकारी के अनुसार, बच्चा रात में जब सभी सो रहे थे, तब चुपचाप कुंए के पास गया और वहां कूदकर आत्महत्या कर ली। घटना के बाद आश्रम के कर्मचारियों ने तुरंत उत्तन पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और बच्चे के शव को बाहर निकालकर भाईंदर पश्चिम के पंडित भीमसेन जोशी अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट और आगे की कार्रवाई:
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह पुष्टि हुई कि बच्चे की मौत डूबने से हुई है। पुलिस ने इसके बाद बच्चे का शव उसकी मां को सौंप दिया। इस घटना ने पूरे इलाके में शोक और नाराजगी का माहौल पैदा कर दिया है। लोग इस घटना से बेहद आहत हैं और बच्चे के प्रति सहानुभूति व्यक्त कर रहे हैं।
समाज में शोक की लहर:
इस दर्दनाक घटना ने लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि कैसे एक मासूम बच्चा अपनी मां से अलग होने के दर्द को सहन नहीं कर पाया और अपनी जान गंवा बैठा। लोगों का कहना है कि अगर उसकी मां ने उसे साथ रखने का फैसला किया होता, तो शायद यह घटना टल सकती थी।
इस घटना ने समाज में अनाथ बच्चों के जीवन की कठिनाइयों और उनके मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ने वाले असर को भी उजागर किया है।