“EVM पर सवाल उठाना आसान” हरियाणा चुनाव को लेकर ओवैसी ने कांग्रेस की नाकामी पर साधा निशाना
हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा ने लगातार तीसरी बार जीत हासिल करके एक बड़ी सफलता हासिल की है। यह जीत खासकर इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि कई एग्जिट पोल में कांग्रेस को बढ़त दिखाया जा रहा था। इस परिणाम के बाद AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कांग्रेस की हार पर तीखा तंज कसा है। ओवैसी ने कांग्रेस की नाकामी को उसकी हार का मुख्य कारण बताया और कई सवाल उठाए।
ओवैसी का कांग्रेस पर हमला: आंतरिक मुद्दों को बताया हार की वजह
ओवैसी ने कांग्रेस की हार के पीछे उसके आंतरिक संघर्ष और मुद्दों को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की आंतरिक समस्याएं ही उसकी नाकामी का कारण हैं। ओवैसी ने मध्य प्रदेश का भी उदाहरण दिया, जहां कांग्रेस को समान चुनौतियों का सामना करना पड़ा था। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस इन आंतरिक समस्याओं का समाधान नहीं करती है, तो भविष्य में भी उसे ऐसे ही नतीजों का सामना करना पड़ेगा।
बी टीम और AIMIM का सवाल
ओवैसी ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए पूछा कि अगर उनकी पार्टी (AIMIM) ने हरियाणा में चुनाव नहीं लड़ा, तो वहां भाजपा की मदद करने वाली “बी टीम” कौन थी? यह सवाल कांग्रेस पर राजनीतिक दबाव डालता है, जो लगातार हार के बाद खुद की समीक्षा करने में लगी है।
EVM विवाद पर ओवैसी की टिप्पणी
कांग्रेस द्वारा हार के लिए ईवीएम को दोषी ठहराने पर भी ओवैसी ने अपनी राय स्पष्ट की। उन्होंने कहा कि ईवीएम को हार का कारण बताना बहुत आसान है, लेकिन जब चुनाव जीतते हैं, तो ईवीएम ठीक होती है, और जब हारते हैं, तो गलत। ओवैसी का मानना है कि भाजपा के खिलाफ कई मुद्दे थे, जिसके आधार पर उन्हें हरियाणा में हार का सामना करना चाहिए था, लेकिन कांग्रेस की कमजोर रणनीति और आंतरिक समस्याओं ने उन्हें जीतने का मौका दिया।
जम्मू-कश्मीर चुनाव पर ओवैसी का नजरिया
हरियाणा चुनाव के अलावा, ओवैसी ने जम्मू-कश्मीर के चुनाव परिणामों पर भी अपनी राय व्यक्त की। उन्होंने कहा कि वहां की जनता ने केंद्र सरकार के अनुच्छेद 370 को हटाने के फैसले को नकार दिया है, जिसके चलते भाजपा को नुकसान उठाना पड़ा। उन्होंने यह सवाल भी उठाया कि भाजपा ने जम्मू-कश्मीर में इतनी सीटें कैसे जीतीं, और इसे उन्होंने सेक्युलर लोगों के लिए चिंतन का विषय बताया।
हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत और कांग्रेस की हार ने राजनीतिक गलियारों में नई चर्चाओं को जन्म दिया है। असदुद्दीन ओवैसी ने इस चुनाव में कांग्रेस की कमजोरियों पर जोर देते हुए कहा कि यदि कांग्रेस अपने आंतरिक मुद्दों को हल नहीं करती है, तो भविष्य में उसे और भी बड़े राजनीतिक नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।