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नफरत के दौर में मोहब्बत की मिसाल: मुस्लिम भीड़ में हिंदू युवक की चाट दुकान का सकारात्मक संदेश

आज की दुनिया में, जब नफरत और भेदभाव की खबरें आम हो गई हैं, एक ऐसा दृश्य सामने आया जिसने इंसानियत और भाईचारे की भावना को एक बार फिर उजागर कर दिया। एक वायरल वीडियो में लाखों मुसलमानों के बीच एक हिंदू युवक को “दिल्ली चाट” का ठेला लगाकर सामान बेचते हुए देखा गया। खास बात यह है कि इस ठेले पर हिंदू धर्म का प्रतीक “ॐ” भी प्रदर्शित था, जिससे किसी भी मुस्लिम समुदाय के व्यक्ति को कोई आपत्ति नहीं हुई।

सदियों पुरानी गंगा-जमुनी तहजीब का जीवंत उदाहरण

यह दृश्य भारतीय समाज की सदियों पुरानी गंगा-जमुनी तहजीब का परिचायक है। जब आसपास के लोग इस युवक से चाट खरीदते हैं और उससे बातचीत करते हैं, तो यह साबित होता है कि भारतीय समाज की जड़ें आपसी प्रेम और सौहार्द में बसी हैं।

नफरत से ऊपर उठने का संदेश

इस हिंदू युवक की हिम्मत और मुस्लिम समुदाय की सहिष्णुता ने यह संदेश दिया कि नफरत का जवाब सिर्फ मोहब्बत से ही दिया जा सकता है। ऐसे समय में जब कुछ लोग समाज में नफरत और भेदभाव फैलाने की कोशिश करते हैं, यह घटना उनके प्रयासों को विफल कर देती है। यह दिखाता है कि समाज में प्रेम और सद्भाव ही असली ताकत है।

सामाजिक सौहार्द का परिचय

इस वीडियो के माध्यम से यह स्पष्ट होता है कि समाज में कुछ लोग चाहे नफरत फैलाने का प्रयास करें, लेकिन भारतीय जनता की सोच और एकता उन्हें हर बार पराजित कर देती है। जब लाखों मुसलमानों के बीच यह युवक अपनी चाट दुकान लगाता है और सुरक्षित महसूस करता है, तो यह साबित होता है कि भारत में सांप्रदायिक सौहार्द और आपसी प्रेम अभी भी जीवित है।

समरसता का वास्तविक चेहरा

यह उदाहरण यह भी दिखाता है कि भारतीय समाज की विविधता और आपसी सम्मान ही वह मजबूत आधार हैं जो इसे टिकाए रखते हैं। यह वीडियो न केवल इंसानियत का परिचय है बल्कि उन तत्वों को एक करारा जवाब भी है जो नफरत फैलाने की कोशिश करते हैं। यह संदेश देता है कि प्यार और सौहार्द ही सच्ची जीत है और इस विविधता भरे समाज में एकता और भाईचारा ही हमारे भविष्य की नींव है।

यह घटना एक प्रेरणा है उन सभी के लिए जो समाज में नफरत और भेदभाव फैलाने का काम करते हैं। भारतीय समाज का यह आपसी प्रेम ही है जो हर मुश्किल घड़ी में इसे एकजुट रखता है।

खासदार टाइम्स

खासदार टाईम्स {निडर, निष्पक्ष, प्रखर समाचार, खासदार की तलवार, अन्याय पे प्रहार!} हिंदी/मराठी न्यूज पेपर, डिजिटल न्यूज पोर्टल/चैनल) RNI No. MAHBIL/2011/37356 संपादक - खान एजाज़ अहमद, कार्यकारी संपादक – सय्यद फेरोज़ आशिक

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