अल्मोड़ा हादसा: बस खाई में गिरने से 36 लोगों की मौत, 27 घायल
उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में सोमवार को एक दर्दनाक सड़क दुर्घटना में 36 लोगों की मौत हो गई, जबकि 27 अन्य घायल हो गए। यह हादसा उस वक्त हुआ जब यात्रियों से भरी एक बस 200 मीटर गहरी खाई में गिर गई। दुर्घटना गढ़वाल मोटर ओनर्स यूनियन की 43 सीटों वाली बस के साथ हुई, जो पौड़ी से रामनगर जा रही थी।
कैसे हुआ हादसा
बस सोमवार सुबह 8 बजे अल्मोड़ा के मरचूला क्षेत्र में खाई में गिर गई। दुर्घटना का कारण बस में क्षमता से अधिक यात्रियों का सवार होना और संभवतः वाहन पर ड्राइवर का नियंत्रण खो जाना बताया जा रहा है। दुर्घटनास्थल से प्राप्त तस्वीरों में बस खाई में चट्टानी ढलानों से लुढ़कते हुए जंगल के बीच नाले के पास रुकी हुई दिखी।
मृतकों और घायलों का विवरण
- मृतकों में 36 लोग शामिल हैं, जिनमें 10 महिलाएं हैं।
- 28 लोगों की मौत घटनास्थल पर हुई, जबकि 8 अन्य ने रामदत्त जोशी संयुक्त अस्पताल, रामनगर में दम तोड़ा।
- घायलों में से 4 की हालत गंभीर है। 6 घायलों को ऋषिकेश एम्स और 2 को हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल भेजा गया।
सरकारी कार्रवाई और राहत प्रयास
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मृतकों के परिवारों के लिए ₹2 लाख और घायलों के लिए ₹50,000 की आर्थिक सहायता की घोषणा की।
- मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मृतकों के परिजनों को ₹4 लाख और घायलों को ₹1 लाख की सहायता देने की घोषणा की।
- मुख्यमंत्री ने अपनी दिल्ली यात्रा रद्द कर रामनगर पहुंचकर घायलों से मुलाकात की।
- मजिस्ट्रेट जांच के आदेश जारी किए गए हैं। पौड़ी और अल्मोड़ा के सहायक क्षेत्रीय परिवहन अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है।
दुर्घटना के संभावित कारण
- बस में क्षमता से अधिक यात्री सवार थे, जो हादसे का मुख्य कारण हो सकता है।
- दुर्घटना का सही कारण मजिस्ट्रेट जांच के बाद स्पष्ट होगा।
दुख की लहर
- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने घटना पर शोक व्यक्त किया और शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की।
- केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, और अन्य नेताओं ने भी दुख जताया।
स्वास्थ्य सेवाओं की तत्परता
- रामनगर और ऋषिकेश एम्स के डॉक्टरों ने घायलों का प्राथमिक इलाज किया।
- एम्स, ऋषिकेश ने एयर एंबुलेंस और विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम मौके पर भेजी।
सड़क सुरक्षा पर सवाल
यह दुर्घटना उत्तराखंड में बार-बार होने वाली सड़क हादसों की गंभीरता को उजागर करती है। विशेषज्ञों का मानना है कि क्षमता से अधिक यात्री सवार होना और खराब सड़क प्रबंधन ऐसे हादसों का मुख्य कारण है। दुर्घटना ने एक बार फिर परिवहन सुरक्षा नियमों की कड़ाई से अनुपालन की जरूरत को रेखांकित किया है।