फतेहपुर के खागा कोतवाली क्षेत्र के ऐलई गांव में एक दलित युवक के साथ मारपीट और अपमान का मामला सामने आया है। युवक पर ईसाई धर्म अपनाने का आरोप लगाते हुए उसका सिर मुड़ाकर गांव में घुमाया गया। घटना का वीडियो भी वायरल हुआ है, जिससे इलाके में सनसनी फैल गई है।
पीड़ित का बयान
शिवबरन पासवान नामक पीड़ित ने आरोप लगाया है कि गुरुवार को जब वह अपने बेटे के इलाज के लिए जा रहा था, तो बजरंग दल के कार्यकर्ता रोहित और उसके साथियों ने उसे घेर लिया। उस पर धर्म परिवर्तन का आरोप लगाकर गालियां दीं और जान से मारने की धमकी दी।
शुक्रवार को लौटने पर कार्यकर्ताओं ने उसकी पत्नी और बच्चों के साथ मारपीट की, जबरन उसका सिर मुड़वाया और पूरे गांव में घुमाया। इसके बाद उसे एक मंदिर ले जाकर माथा टेकने और पूजा करने के लिए मजबूर किया गया।
बजरंग दल और विहिप का पक्ष
बजरंग दल के जिला संयोजक राजू सोनकर ने घटना की जानकारी से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि वह व्यक्तिगत कारणों से फतेहपुर से बाहर हैं। वहीं, विश्व हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष केके मिश्रा ने मारपीट के आरोपों को खारिज करते हुए दावा किया कि युवक ने अपनी मर्जी से हिन्दू धर्म में वापसी की है।
पुलिस का बयान
एसपी फतेहपुर धवल जायसवाल ने बताया कि वायरल वीडियो और शिकायत को गंभीरता से लिया गया है। शिकायत की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि युवक के खिलाफ 2022 में धर्म परिवर्तन का मामला दर्ज कराया गया था। जांच के बाद जो तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
इलाके में तनाव
घटना के बाद से ऐलई गांव और आसपास के इलाके में तनाव का माहौल है। पीड़ित का कहना है कि थाने के बाहर भी बजरंग दल के लोग उसे धमका रहे हैं, जिससे उसकी जान को खतरा है।
पुलिस की जांच जारी है और मामले की सच्चाई जल्द सामने आने की उम्मीद है।