महाराष्ट्र सरकार का बड़ा फैसला: सरकारी व अर्ध-सरकारी कार्यालयों में मराठी भाषा अनिवार्य

मुंबई, 4 फरवरी: महाराष्ट्र सरकार ने राज्य में मराठी भाषा को बढ़ावा देने के लिए एक अहम निर्णय लिया है। सरकार ने सरकारी और अर्ध-सरकारी कार्यालयों में मराठी में संवाद अनिवार्य कर दिया है। सोमवार (3 फरवरी) को इस संबंध में एक आधिकारिक नोटिफिकेशन जारी किया गया, जिसमें कहा गया है कि सभी सरकारी, अर्ध-सरकारी, स्थानीय स्वशासन निकाय, सरकारी निगम और सरकारी सहायता प्राप्त प्रतिष्ठानों में मराठी भाषा में बात करना अनिवार्य होगा।
मराठी भाषा नीति को प्रभावी रूप से लागू करने की पहल
सरकार द्वारा पिछले साल स्वीकृत मराठी भाषा नीति के तहत भाषा के संरक्षण, संवर्धन, प्रसार और विकास को प्राथमिकता दी गई थी। इस नीति को प्रभावी बनाने के लिए सार्वजनिक और प्रशासनिक मामलों में मराठी के उपयोग को बढ़ावा दिया जाएगा।
सरकारी कर्मचारियों को मराठी बोलना अनिवार्य
नोटिफिकेशन के अनुसार, सरकारी दफ्तरों में आने वाले विजिटर्स से मराठी में बातचीत करना अनिवार्य होगा। हालांकि, यह नियम उन लोगों पर लागू नहीं होगा जो मराठी भाषा से परिचित नहीं हैं, जैसे कि अन्य राज्यों के गैर-मराठी भाषी नागरिक या विदेशी।
कीबोर्ड पर मराठी देवनागरी वर्णमाला अनिवार्य
सरकारी कार्यालयों में पीसी (पर्सनल कंप्यूटर) के कीबोर्ड पर अब रोमन वर्णमाला के साथ-साथ मराठी देवनागरी वर्णमाला भी अनिवार्य रूप से उपलब्ध होनी चाहिए। इससे सरकारी कार्यों में मराठी भाषा के उपयोग को सुगम बनाया जाएगा।
मराठी में नोटिस और नए व्यवसायों के लिए अनिवार्यता
सरकारी दफ्तरों में अब नोटिस मराठी भाषा में लगाना अनिवार्य होगा। जो सरकारी कर्मचारी इस नियम का पालन नहीं करेंगे, उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में कोई भी शिकायत कार्यालय प्रमुख या विभाग प्रमुख से की जा सकती है, जो आवश्यक जांच कर उचित कार्रवाई करेंगे।
इसके अलावा, नए व्यवसायों को भी मराठी में नाम पंजीकृत करना अनिवार्य किया गया है, जिससे राज्य में मराठी भाषा को और अधिक सशक्त किया जा सके।
मराठी भाषा को मिलेगा बढ़ावा
महाराष्ट्र सरकार का यह फैसला राज्य में मराठी भाषा को मजबूती देने और प्रशासनिक कार्यों में इसकी भूमिका बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। इस नीति के तहत सरकारी तंत्र के साथ-साथ आम लोगों को भी मराठी भाषा अपनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा।