सूफ़ी खालिद नक़वी हुसैनी की अपील- मुसलमान गुमराह न हों, वक्फ संशोधन को समझें, माफिया पर लगेगी लगाम

गुजरात की ऐतिहासिक दरगाह “हुज़ूर सैय्यद अली मीरां दातार” के सज्जादा नशीन और राष्ट्रीय सूफी संत संगठन के अध्यक्ष पीर सैय्यद सूफ़ी खालिद नक़वी हुसैनी ने वक्फ संशोधन बिल को लेकर देश के मुसलमानों से खास अपील की है। उन्होंने कहा कि इस बिल का विरोध करना महज एक कानूनी मुद्दा नहीं, बल्कि देश को अराजकता की ओर धकेलने की एक बड़ी साजिश का हिस्सा है।
“गुमराह करने की कोशिश कर रहीं कुछ तंजीमें”
सूफ़ी खालिद नक़वी ने कहा कि जब यह संशोधन प्रक्रिया शुरू हुई और फिर दोनों सदनों से पास हुआ, तब से कुछ संगठन मुस्लिम समाज को भ्रमित कर सड़कों पर लाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि इन संगठनों के पीछे कुछ बाहरी ताकतों का हाथ है, जो बांग्लादेश की जमाते इस्लामी की तरह भारत में भी अशांति फैलाना चाहते हैं।
“वक्फ माफियाओं से पीड़ित हैं दरगाहें और इमामबारगाहें”
उन्होंने स्पष्ट कहा कि देश भर में सबसे ज़्यादा वक्फ संपत्तियां दरगाहों, खानकाहों और इमामबारगाहों की हैं और इन्हीं को वक्फ माफियाओं ने कब्जे में लिया हुआ है। हजारों मामले वक्फ बोर्ड में वर्षों से लंबित हैं और कोई समाधान नहीं निकल रहा।
“नया वक्फ कानून एक उम्मीद की किरण”
नक़वी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार द्वारा लाए गए नए वक्फ संशोधन को इन संस्थाओं के लिए “इंसाफ की नई उम्मीद” बताया। उन्होंने कहा कि संशोधन के ज़रिए माफियाओं पर शिकंजा कसने का रास्ता खुला है और इससे सच्चे वक्फ लाभार्थियों को न्याय मिलेगा।
“देश के खिलाफ साजिशों से बचें”
उन्होंने मुस्लिम युवाओं और समाज से अपील की कि वे किसी भी गुमराह करने वाली तंजीम के बहकावे में न आएं और वक्फ संशोधन बिल को ठीक से समझें। यह आंदोलन का नहीं, सोच और समझ का समय है।
(खालिद नक़वी हुसैनी, सज्जादा नशीन, दरगाह सैय्यद अली मीरां दातार, गुजरात)
राष्ट्रीय अध्यक्ष, राष्ट्रीय सूफी संत संगठन