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किनगाव जटुटु में डोंगरशाह वली बाबा का संदल और उर्स संपन्न, लेकिन सुविधाओं का अभाव

प्रतिनिधि: फिरदोस खान पठान

लोणार तालुका स्थित किनगाव जटुटु में हजरत डोंगरशाह वली बाबा का पारंपरिक संदल और उर्स हर साल की तरह इस बार भी धूमधाम से मनाया गया। यह परंपरा पिछले तीन सौ वर्षों से चली आ रही है, जिसे आज भी स्थानीय शहा बिरादरी के लोग सजीव बनाए हुए हैं।

इस वर्ष, संदल 13 जनवरी की शाम 5 बजे निकाला गया, जो रात में दर्गाह पर पहुंचकर अर्पित किया गया। 14 जनवरी को उर्स पूरे जोश और उल्लास के साथ मनाया गया। इस ऐतिहासिक आयोजन में न केवल मुस्लिम समुदाय, बल्कि हिंदू भाईचारे ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, जो इस क्षेत्र में हिंदू-मुस्लिम एकता का प्रतीक है।

भाविकों को सुविधाओं का अभाव

हजरत डोंगरशाह वली बाबा की दरगाह किनगाव जटुटु से लगभग 3-4 किलोमीटर दूर पहाड़ी पर स्थित है, जहां पहुंचने के लिए भक्तों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ती है। दर्गाह तक का मार्ग बेहद कठिन और दुर्गम है। न तो यहां पक्की सड़क है, न ही रोशनी या पानी की सुविधा।

15 अक्टूबर 2024 को राज्य सरकार ने सभी धर्मों के 60 वर्ष या उससे अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों के लिए “मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना” शुरू की थी, जिसमें महाराष्ट्र के 95 तीर्थस्थलों को शामिल किया गया है। इनमें हजरत डोंगरशाह वली बाबा की दरगाह भी शामिल है। इसके बावजूद, यहां आने वाले श्रद्धालुओं को बुनियादी सुविधाओं के अभाव के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

प्रशासन से सुधार की अपील

हजरत डोंगरशाह वली बाबा की दरगाह बुलढाणा जिले के प्रसिद्ध तीर्थस्थलों में से एक है, लेकिन सड़क, पानी और बिजली जैसी बुनियादी सुविधाओं के अभाव ने यहां आने वाले भाविकों के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। स्थानीय प्रशासन से अपील है कि इस ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल की ओर ध्यान दें और सुविधाओं का विकास करें।

इस मौके पर निसार खान फरक अहमद उर्फ बबी, याह्या खान और पत्रकार फिरदोस पठान सहित कई श्रद्धालु उपस्थित रहे।

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