“15 वर्षों से निडर और निष्पक्ष पत्रकारिता का प्रतीक: खासदार टाईम्स”
नई दिल्ली: देश में अन्याय और भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वाले खासदार टाईम्स ने पत्रकारिता के क्षेत्र में 15 वर्षों का गौरवशाली सफर तय किया है। इस समाचार पत्र ने न केवल बेबाक और निष्पक्ष पत्रकारिता की मिसाल पेश की है, बल्कि समाजसेवा और युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी प्रदान किए हैं।
खासदार टाईम्स: नेतृत्व और संरचना
इस प्रतिष्ठित समाचार पत्र के मुख्य संपादक खान एजाज़ अहमद हैं, जो अपने साहसिक और जनहितकारी दृष्टिकोण के लिए जाने जाते हैं। उनके साथ सहायक संपादक डॉ. हाफ़िज़ शमशुलहक, कार्यकारी संपादक सय्यद फेरोज़ आशिक और विधि सलाहकार एडवोकेट शेख शफीक ए.आर. रहमान का मजबूत नेतृत्व है।
नए पत्रकारों को मंच और समाजसेवा का माध्यम
खासदार टाईम्स ने हमेशा नए पत्रकारों को अवसर प्रदान करके उन्हें शीर्ष स्थान तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। कल के पत्रकार आज के संपादक बनकर सफलता की नई कहानी लिख रहे हैं। यह समूह केवल पत्रकारिता तक सीमित नहीं है, बल्कि समाजसेवा, सुशिक्षित बेरोजगारों के लिए रोजगार, राजनीति, और व्यवसाय के क्षेत्र में भी योगदान दे रहा है।
सर्व धर्म समभाव और निष्पक्षता का मंत्र
खासदार टाईम्स ने कभी किसी धर्म या समुदाय के खिलाफ पत्रकारिता नहीं की। यह समाचार पत्र सर्व धर्म समभाव का मंत्र जपते हुए निडरता और निष्पक्षता से अपने कार्य को अंजाम देता है। इसके लेखन में हमेशा सत्य और जनहित को प्राथमिकता दी जाती है।
सफलता का मार्ग हर व्यक्ति के लिए खुला
मुख्य संपादक खान एजाज़ अहमद का मानना है कि खासदार टाईम्स से जुड़कर हर व्यक्ति पत्रकारिता के माध्यम से समाजसेवा, राजनीति और व्यवसाय में सफलता प्राप्त कर सकता है। यह समूह देश के हर व्यक्ति के लिए एक खुला मंच है।
समाज में बदलाव की दिशा
खासदार टाईम्स न केवल एक समाचार पत्र है, बल्कि एक ऐसा मंच है जो समाज के हर तबके के लिए आवाज उठाने और न्याय दिलाने का काम करता है। इसकी निष्पक्ष और निडर पत्रकारिता इसे अन्य समाचार पत्रों से अलग बनाती है।
खासदार टाईम्स का यह सफर भविष्य में भी निडरता और जनहित के साथ जारी रहेगा, और यह समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का काम करता रहेगा।