प्रयागराज के मुट्ठीगंज इलाके में सोमवार रात एक दिल दहला देने वाली घटना घटी। 23 वर्षीय अंशिका केसरवानी की संदिग्ध हालातों में मौत के बाद उनके मायके वालों ने ससुराल के घर को आग के हवाले कर दिया। इस घटना में सास शोभा देवी और ससुर राजेंद्र प्रसाद केसरवानी की जिंदा जलकर मौत हो गई, जबकि पुलिस ने समय रहते पांच अन्य लोगों को बचा लिया।
क्या है मामला?
झलवा निवासी अंशिका की शादी फरवरी 2023 में अंशु केसरवानी से हुई थी। सोमवार दोपहर ससुराल पक्ष ने मायके वालों को सूचना दी कि अंशिका ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। जब मायके पक्ष मौके पर पहुंचा, तो उन्होंने ससुराल वालों पर हत्या का आरोप लगाया। गुस्साए परिजनों ने घर के निचले हिस्से में आग लगा दी, जिसने जल्द ही पूरे चार मंजिला मकान को अपनी चपेट में ले लिया।
दो की मौत, पांच को बचाया गया
घटना के दौरान घर में सात लोग मौजूद थे। पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद पांच लोगों को बचा लिया। हालांकि, सास और ससुर की आग में जलकर मौत हो गई। देर रात आग बुझाने के बाद उनके शव बरामद किए गए।
हत्या या आत्महत्या?
अंशिका की मौत को लेकर स्थिति अभी भी साफ नहीं है। मायके पक्ष का आरोप है कि ससुराल वालों ने दहेज के लिए अंशिका की हत्या की। वहीं, ससुराल पक्ष का दावा है कि अंशिका ने आत्महत्या की।
पुलिस की कार्रवाई और जांच
पुलिस ने घटना की गंभीरता को देखते हुए इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी है। फॉरेंसिक टीम ने मौके से सबूत जुटाए हैं। डीसीपी दीपक भूकर ने बताया कि मामले की गहन जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सवाल खड़े करती घटना
यह घटना विवाहिता के अधिकारों और ससुराल में महिलाओं के प्रति व्यवहार पर सवाल खड़ा करती है। अंशिका की मौत और उसके बाद की घटनाओं ने पूरे इलाके को झकझोर दिया है। अब सभी की निगाहें पुलिस की जांच और न्याय प्रक्रिया पर टिकी हैं।
निष्पक्ष न्याय की मांग
इस हृदयविदारक घटना के बाद क्षेत्र में तनाव है। स्थानीय लोगों और अंशिका के परिजनों ने मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों को सख्त सजा देने की मांग की है।