इंडिया गठबंधन में दरार, कांग्रेस की लापरवाही जिम्मेदार!
मुंबई: दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए सियासी पारा चढ़ता जा रहा है। आम आदमी पार्टी और इंडिया गठबंधन को लेकर चर्चाएं जोरों पर हैं। लेकिन इस बार चुनाव से पहले ही इंडिया गठबंधन टूटता नजर आ रहा है। कांग्रेस के लिए यह झटका और भी बड़ा हो सकता है, क्योंकि गठबंधन में शामिल पार्टियां अब उसका साथ छोड़ने लगी हैं।
शिवसेना यूबीटी ने जताई नाराज़गी
शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत और उद्धव ठाकरे ने साफ कर दिया है कि वे अब कांग्रेस का समर्थन नहीं करेंगे। राउत ने कहा, “हमें अफसोस है कि हमने इंडिया गठबंधन में शामिल होकर गलती की।” उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद से इंडिया गठबंधन की एक भी बैठक नहीं हुई है।
संजय राउत का कांग्रेस पर निशाना
संजय राउत ने कहा, “लोकसभा चुनाव में हमने साथ मिलकर अच्छे नतीजे दिए थे। इसके बाद कांग्रेस की जिम्मेदारी थी कि वह गठबंधन को मजबूत बनाए, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उमर अब्दुल्ला, ममता बनर्जी, अखिलेश यादव और अरविंद केजरीवाल जैसे नेता भी मानते हैं कि अब इंडिया गठबंधन का अस्तित्व खत्म हो चुका है।”
राउत ने चेतावनी देते हुए कहा, “अगर यह गठबंधन टूट गया तो दोबारा नहीं बनेगा। कांग्रेस की लापरवाही और संवादहीनता इसकी सबसे बड़ी वजह है।”
दिल्ली चुनाव की तैयारी और राजनीतिक माहौल
दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखें घोषित हो चुकी हैं। 5 फरवरी को मतदान होगा और 8 फरवरी को नतीजे आएंगे। राजधानी में चुनावी हलचल तेज हो चुकी है।
महाराष्ट्र में लाड़की बहिन योजना पर निशाना
महाराष्ट्र की लाड़की बहिन योजना पर राउत ने कटाक्ष किया। उन्होंने कहा, “सरकार बहनों को 1500 रुपये देने में असमर्थ है। चुनाव के वक्त बहनों के वोट खरीदने के लिए 1500 रुपये दिए गए, अब अगली बार 2100 देने की बात करेंगे।”
कांग्रेस के लिए बड़ा झटका
इंडिया गठबंधन के टूटने से कांग्रेस को बड़ा नुकसान हो सकता है। शिवसेना (यूबीटी) के अलावा अन्य पार्टियां भी असंतोष जाहिर कर रही हैं। चुनावी माहौल में यह कांग्रेस के लिए चिंता का विषय बन गया है।