प्रथम पुण्यस्मरण: समाजसेवक सुनील जगलाल जैस्वाल
आज 15 जनवरी 2025 को समाजसेवक, पत्रकार, व्यावसायिक और राजनेता सुनील जगलाल जैस्वाल का प्रथम पुण्यस्मरण मनाया जा रहा है। ठीक एक वर्ष पूर्व, 15 जनवरी 2024 को, अचानक आए हृदयविकार के कारण उनका निधन हो गया था। उनका जाना समाज के लिए एक अपूरणीय क्षति है।
सुनील भैय्या के नाम से प्रसिद्ध, वे अपने उदार और दिलदार व्यक्तित्व के लिए जाने जाते थे। समाज के हर वर्ग में उनकी गहरी पैठ थी, और वे जात-पात व भेदभाव के सख्त खिलाफ थे। उनका मानना था कि समाज में समरसता तभी आएगी, जब सभी धर्म और वर्गों को समान अधिकार और सम्मान मिलेगा।
उनकी पत्रकारिता निष्पक्ष और निर्भीक थी। उन्होंने अपने लेखन और विचारों के माध्यम से हमेशा सच्चाई और न्याय की बात की। उनके व्यावसायिक कौशल ने उन्हें सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंचाया, लेकिन उन्होंने कभी समाजसेवा को अपने जीवन से अलग नहीं किया। वे हमेशा जरूरतमंदों की सहायता के लिए तत्पर रहते थे।
उनके सहयोगी और प्रशंसक उन्हें एक न्यायप्रिय और संवेदनशील नेता के रूप में याद करते हैं, जो हर समस्या का समाधान बड़े ही सहज और सरल तरीके से खोजते थे। उनकी सोच और कार्यशैली ने समाज के हर वर्ग को प्रभावित किया।
परिवार और विरासत
सुनील भैय्या अपने पीछे दो पुत्र और दो पुत्रियों का परिवार छोड़ गए हैं। उनका परिवार आज भी उनके आदर्शों और मूल्यों को आगे बढ़ाने में सक्रिय है।
श्रद्धांजलि
आज उनके पुण्यस्मरण के अवसर पर, समाज के विभिन्न वर्गों के लोग उन्हें याद कर रहे हैं और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। भगवान से यही प्रार्थना है कि उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें और उनके परिवार को इस दुख से उबरने की शक्ति दें।
सुनील भैय्या को श्रद्धांजलि – “आपकी उदारता, साहस और सत्य के प्रति निष्ठा हमारे लिए प्रेरणास्त्रोत बनी रहेगी।”