Aurangabad

भारतीय दलित पैंथर ने डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर मराठवाड़ा विश्वविद्यालय नाम विस्तार दिवस पर शहीदों को श्रद्धांजलि, रुग्णालय में ज़रूरतमंदों को कंबल वितरित

औरंगाबाद, 14 जनवरी 2025:
भारतीय दलित पैंथर संगठन ने डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर मराठवाड़ा विश्वविद्यालय के 31वें नाम विस्तार दिवस पर एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया। इस अवसर पर नामांतर आंदोलन के शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई और घाटी अस्पताल में गरीब मरीजों को कंबल और मिठाई वितरित की गई। कार्यक्रम का उद्देश्य सामाजिक समानता और मानवता के प्रति संगठन की प्रतिबद्धता को दोहराना था।

कार्यक्रम की शुरुआत

सुबह, डॉ. आंबेडकर नगर में बाबासाहेब आंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम की शुरुआत हुई। भारतीय दलित पैंथर के प्रदेशाध्यक्ष लक्ष्मण दादा भुतकर, मराठवाड़ा कार्याध्यक्ष दशरथ कांबले और अन्य नेताओं ने इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त किए। इसके बाद संत तुकाराम विद्यालय के बच्चों को मिठाई और शैक्षणिक सामग्री वितरित कर उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की गई।

नामांतर आंदोलन के शहीदों को श्रद्धांजलि

डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर मराठवाड़ा विश्वविद्यालय गेट पर शहीदों की याद में पुष्पांजलि अर्पित की गई। लक्ष्मण दादा भुतकर और प्रो. प्रकाश सोनवणे ने शहीद भीम सैनिकों के संघर्ष और बलिदान को याद करते हुए कहा, “यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम उनके आदर्शों को आगे बढ़ाएं और समाज के वंचित वर्गों को न्याय दिलाने के लिए संघर्ष जारी रखें।”

घाटी अस्पताल में कंबल और मिठाई वितरण

ठंड के मौसम को ध्यान में रखते हुए, संगठन ने घाटी अस्पताल के वार्डों में जाकर गरीब और जरूरतमंद मरीजों को 300 कंबल और मिठाई वितरित की। यह कार्य डॉ. शिवाजी सुक्रे और डॉ. बालाजी शिंदे के मार्गदर्शन में किया गया। मरीजों और उनके परिवारों ने इस सहयोग के लिए संगठन का आभार व्यक्त किया।

महत्वपूर्ण उपस्थिति

कार्यक्रम में भारतीय दलित पैंथर के कई प्रमुख नेता उपस्थित थे, जिनमें जिलाध्यक्ष धम्मपाल दांडे, तालुका अध्यक्ष संजय सरोदे, शरीफ लाला, अहमद पठान, अडवोकेट सिद्धार्थ गवली, और युवा नेता ऋतिक भुतकर शामिल थे। इसके अलावा महिला आघाड़ी की दैवशाली झीने और पार्वती घोरपड़े ने भी सक्रिय भागीदारी निभाई।

संचालन और समापन

कार्यक्रम का संचालन ज्ञान संदीप शिक्षा संस्थान के संस्थापक अध्यक्ष प्रो. प्रकाश सोनवणे ने किया। उन्होंने नामांतर आंदोलन के ऐतिहासिक महत्व और समाज सुधार में बाबासाहेब आंबेडकर के योगदान पर प्रकाश डाला। अंत में मिठाई वितरण के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।

संगठन की प्रतिबद्धता

भारतीय दलित पैंथर ने अपने सामाजिक कार्यों को जारी रखने का वादा किया और समाज के वंचित वर्गों के लिए अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया। इस अवसर पर लक्ष्मण दादा भुतकर ने कहा, “हमारी चेष्टा है कि हर जरूरतमंद तक मदद पहुंचे और बाबासाहेब के आदर्शों को हम अपनी कार्यशैली में उतारें।”

इस कार्यक्रम ने सामाजिक समरसता और दलित पैंथर के संघर्षशील इतिहास को याद करते हुए समाज को एकता और समानता का संदेश दिया।

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