लोणार नगर परिषद की मुख्याधिकारी पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। कांग्रेस के तालुका अध्यक्ष राजेश मापारी ने उपमुख्यमंत्री एवं नगर विकास मंत्री को ज्ञापन सौंपकर मुख्याधिकारी की कार्यप्रणाली की उच्चस्तरीय जांच और कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि उचित कदम नहीं उठाए गए, तो कांग्रेस पार्टी जन आंदोलन करेगी।
मुख्य आरोप और मुद्दे
- निकृष्ट निर्माण कार्य:
- ठेकेदारों से कमीशन लेकर घटिया गुणवत्ता का काम करवाना।
- शहर में जलकुंभ निर्माण के लिए जगह उपलब्ध न करवाना।
- 2017-18 में स्वीकृत पानी आपूर्ति योजना अब तक अधूरी।
- शहर की सफाई और स्वास्थ्य:
- सफाई का टेंडर 2024 में समाप्त होने के बावजूद नया टेंडर नहीं निकाला गया।
- गंदगी और भरी नालियों के कारण बीमारियों का खतरा।
- कर निर्धारण में लापरवाही:
- 2022 में कर निर्धारण के लिए एजेंसी नियुक्त की गई थी, लेकिन अब तक कर लागू नहीं किया गया।
- नगर परिषद को लाखों का नुकसान।
- अनियमित निर्माण:
- 1,700 से अधिक अवैध घरों का निर्माण।
- नगर परिषद की अनुमति के बिना प्लॉटिंग और निर्माण कार्य।
- वंचित वर्ग के लिए उपेक्षा:
- गरीबों के लिए आवास योजनाएं और सुविधाएं लागू नहीं की गईं।
- पिछड़ी वर्ग की छात्राओं के वसतीगृह के लिए स्वीकृत निधि में भ्रष्टाचार।
- लेंडी तालाब विकास में देरी:
- 14 करोड़ की स्वीकृत निधि के बावजूद अतिक्रमण हटाने में टालमटोल।
कांग्रेस पार्टी का अल्टीमेटम
राजेश मापारी ने इन सभी मुद्दों पर मुख्याधिकारी को जिम्मेदार ठहराते हुए उनकी निष्क्रियता और भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर प्रशासन ने उचित कदम नहीं उठाए, तो कांग्रेस पार्टी तीव्र जन आंदोलन करेगी।
न्याय और जवाबदेही की मांग
ज्ञापन में कहा गया है कि मुख्याधिकारी और संबंधित इंजीनियर से नुकसान की भरपाई करवाई जाए और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए। यह मांग जनता के हित और शहर के समग्र विकास के लिए की गई है।