सरपंच संतोष देशमुख की हत्या का मामला, CID जांच में नया खुलासा
महाराष्ट्र के बीड जिले में मस्साजोग के सरपंच संतोष देशमुख की हत्या का मामला तूल पकड़ चुका है। 9 दिसंबर को संतोष देशमुख का अपहरण कर उनकी बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। प्राथमिक जांच में यह सामने आया कि सुदर्शन घुले और उसके साथियों ने इस हत्या को अंजाम दिया।
हत्या के पीछे की वजह
सुदर्शन घुले ने पवन चक्की कंपनी के सुरक्षा गार्ड के साथ मारपीट की थी। इस मामले में संतोष देशमुख ने हस्तक्षेप किया था, जिससे गुस्साए सुदर्शन और उसके साथियों ने देशमुख का अपहरण कर उनकी हत्या कर दी।
वाल्मिक कराड पर लगे आरोप
इस हत्याकांड में भले ही सुदर्शन घुले का सीधा हाथ है, लेकिन शुरुआत से ही वाल्मिक कराड को इस साजिश का मास्टरमाइंड बताया जा रहा था। कराड की गिरफ्तारी और उस पर मोक्का के तहत कार्रवाई की मांग को लेकर राज्यभर में आंदोलन हुए। हाल ही में कराड को गिरफ्तार कर उस पर मोक्का के तहत मामला दर्ज किया गया।
CID की जांच में नया मोड़
CID ने अपनी जांच में खुलासा किया है कि सुदर्शन घुले इस गैंग का लीडर है, जबकि वाल्मिक कराड इस गैंग का सदस्य है। इससे यह चर्चा शुरू हो गई कि असल मास्टरमाइंड सुदर्शन घुले ही है, न कि वाल्मिक कराड।
जांच में बदलाव
इस हत्याकांड की जांच में CID ने बड़े बदलाव किए हैं। पहले इस मामले की जांच CID के उप-अधीक्षक अनिल गुजर कर रहे थे, लेकिन अब उनकी जगह अपर पुलिस अधीक्षक किरण पाटील को जांच का जिम्मा सौंपा गया है।
आगे की जांच
CID का मानना है कि इस हत्याकांड में और भी आरोपी शामिल हो सकते हैं। इन संभावनाओं के मद्देनजर जांच जारी है। अचानक किए गए बदलाव और CID की नई जांच ने इस मामले को लेकर चर्चाओं को और तेज कर दिया है।
यह देखना दिलचस्प होगा कि जांच का अंतिम निष्कर्ष क्या निकलता है और असली गुनहगार को कब सजा मिलती है।