इजराइल-हमास संघर्ष विराम: 15 महीने बाद शांति का प्रयास, समझौता अंतिम चरण में
मध्य-पूर्व में इजराइल और हमास के बीच 15 महीनों तक चले खूनी संघर्ष के बाद आखिरकार संघर्ष विराम पर सहमति बन गई है। इस समझौते के तहत गाजा पट्टी में बंधकों की रिहाई और इजरायली सैनिकों की वापसी की पहल शामिल है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और कतर की मध्यस्थता ने इस समझौते को अंतिम रूप देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
नेतन्याहू का ऐलान: सुरक्षा मंत्रिमंडल से मंजूरी जल्द
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शुक्रवार को घोषणा की कि हमास के साथ संघर्ष विराम और बंधकों की अदला-बदली पर सहमति बन गई है। उन्होंने कहा,
“हमारा फोकस बंधकों की सुरक्षित वापसी पर है। उनके परिवारों को सूचित कर दिया गया है और हमने एक विशेष टास्क फोर्स को तैयार रहने का निर्देश दिया है।”
नेतन्याहू ने अपने सुरक्षा मंत्रिमंडल की बैठक बुलाई है, जहां इस समझौते को औपचारिक मंजूरी दी जाएगी।
7 अक्टूबर 2023 को शुरू हुई जंग: कैसे भड़का संघर्ष?
7 अक्टूबर 2023 को हमास ने अचानक इजराइल पर बड़ा हमला किया, जिसमें:
- 1,200 इजरायली नागरिक मारे गए।
- 250 से अधिक लोगों को हमास ने बंधक बना लिया।
इस हमले के जवाब में इजराइल ने गाजा पट्टी पर भीषण हवाई और जमीनी हमले किए, जिससे:
- 46,000 फलस्तीनी मारे गए।
- 110,265 लोग घायल हुए।
- गाजा की अनुमानित 23 लाख की आबादी में से 90% को विस्थापित होना पड़ा।
गाजा पट्टी में इजरायली हमलों ने इमारतों और बुनियादी ढांचे को पूरी तरह से तबाह कर दिया। अधिकांश लोग अपने घरों से बेघर होकर तटीय इलाकों में बने अस्थायी शिविरों में रह रहे हैं।
बंधकों की अदला-बदली: क्या है समझौता?
इस संघर्ष विराम समझौते के तहत:
- इजराइल और हमास अपने-अपने बंधकों को रिहा करेंगे।
- गाजा में बंद दर्जनों इजरायली बंधकों की वापसी होगी।
- इजराइल सैकड़ों फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा।
- गाजा से इजरायली सैनिकों की वापसी होगी।
- विस्थापित फिलिस्तीनियों को अपने घर लौटने का मौका मिलेगा।
- मानवीय राहत कार्य शुरू किए जाएंगे।
हमास और इजराइल की स्थिति: नुकसान और दबाव
इजराइल
- अब तक 1,139 नागरिकों की मौत।
- 8,730 लोग घायल।
- अंतरराष्ट्रीय आलोचनाओं और मानवीय संकट के बावजूद इजराइल ने हमले जारी रखे।
गाजा पट्टी
- 46,707 फलस्तीनी मारे गए।
- 110,265 घायल।
- 90% आबादी विस्थापित।
- हजारों लोग तटीय शिविरों में भूख और बीमारी से जूझ रहे हैं।
संघर्ष विराम के बाद भी हमले तेज
हालांकि समझौते के बावजूद गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने दावा किया कि इजरायली हमलों में संघर्ष विराम की घोषणा के बाद भी 72 लोगों की मौत हुई।
गाजा में हमले तेज होने के पीछे यह माना जा रहा है कि संघर्ष विराम लागू होने से पहले दोनों पक्ष अपनी स्थिति मजबूत करना चाहते हैं।
अमेरिका और कतर की भूमिका
इस समझौते में अमेरिका और कतर ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इसे “शांति की दिशा में पहला कदम” बताया। कतर ने दोनों पक्षों के बीच वार्ता को संभव बनाने में प्रमुख भूमिका निभाई।
क्या क्षेत्र में शांति लौटेगी?
संघर्ष विराम और समझौते के बाद:
- गाजा के नागरिकों को राहत मिलने की उम्मीद है।
- इजरायली नागरिकों की सुरक्षित वापसी संभव होगी।
हालांकि, विशेषज्ञ मानते हैं कि संघर्ष विराम स्थायी नहीं हो सकता, क्योंकि क्षेत्रीय विवाद और तनाव अभी भी बरकरार हैं।
आने वाले समय में यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि यह समझौता गाजा और इजराइल में शांति का मार्ग प्रशस्त करता है या नहीं।