लोणार : तालुका स्थित ग्राम धाड में घटिया निर्माण कार्यों की शिकायतों पर प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई न किए जाने के चलते ज्योतिबा रोहिदास जुबंडे ने 20 जनवरी से आमरण अनशन शुरू कर दिया है। आज अनशन का दूसरा दिन है और पूरे तालुका की नज़र इस मुद्दे पर टिकी हुई है।
ज्योतिबा जुबंडे ने पहले भी प्रशासन को पत्र सौंपकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी और अनशन की चेतावनी दी थी। मगर कोई कार्रवाई न होने के कारण उन्होंने आमरण अनशन का निर्णय लिया।
अनशन की प्रमुख मांगें इस प्रकार हैं:
- दलित वस्ती विकास योजना में गड़बड़ी: समाज कल्याण विभाग द्वारा 2023-24 के अंतर्गत दलित वस्ती विकास के लिए मिले फंड का उपयोग दूसरी जगहों पर किया गया। इसके लिए उचित जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की जाए।
- सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार: ग्राम पंचायत धाड में दलित वस्ती के लिए स्वीकृत दो अलग-अलग सीमेंट सड़कों के स्थान पर केवल एक ही सड़क का निर्माण किया गया, और वह भी घटिया गुणवत्ता की। बावजूद इसके, कागजों में दोनों सड़कों को पूर्ण दिखाकर लाखों रुपये का घोटाला किया गया है। इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
- जिला परिषद स्कूल में शौचालय निर्माण घोटाला: स्कूल में पहले से शौचालय मौजूद होने के बावजूद नए शौचालय निर्माण के लिए फर्जी बिल निकालकर भ्रष्टाचार किया गया। निर्माण कार्य में घटिया सामग्री का उपयोग किया गया, जिसकी जांच कर दोषियों को दंडित किया जाए।
- 15वें वित्त आयोग के तहत सड़क निर्माण में अनियमितता: ग्राम धाड में सीमेंट सड़क निर्माण में घटिया क्वालिटी की मिट्टी मिली हुई रेत और सस्ता सीमेंट इस्तेमाल किया गया, जिससे सड़क की गुणवत्ता प्रभावित हुई।
ज्योतिबा जुबंडे का कहना है कि यदि सात दिनों के भीतर उचित कार्रवाई नहीं की गई, तो ग्राम पंचायत कार्यालय में आंदोलन तेज किया जाएगा। प्रशासन की निष्क्रियता से ग्रामीणों में नाराजगी है, और सभी को न्याय की उम्मीद है।
लोणार तालुका में इस अनशन को लेकर माहौल गर्म है और यह देखना दिलचस्प होगा कि प्रशासन कब तक इस पर कोई ठोस कदम उठाता है।