कलाक्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए सौ. जया शशिकांत काले को ‘कलारत्न’ पुरस्कार से सम्मानित

औरंगाबाद – कला, संस्कृति और समाज सेवा में अपनी विशिष्ट पहचान बनाने वाली सौ. जया शशिकांत काले को प्रतिष्ठित “कलारत्न पुरस्कार” से सम्मानित किया गया। इस गौरवपूर्ण क्षण ने पूरे औरंगाबाद में हर्ष और उत्साह का संचार किया।

यह सम्मान ब्राह्मण महिला मंच की अध्यक्ष सौ. विजया कुलकर्णी और आयोजक सौ. अमृता पालोडकर के मार्गदर्शन में आयोजित “घे उंच भरारी” पुरस्कार समारोह में प्रदान किया गया। इस पुरस्कार की विशेषता यह है कि यह न केवल कलात्मक योगदान के लिए दिया जाता है, बल्कि समाज के लिए प्रेरणादायक कार्य करने वाली हस्तियों को भी समर्पित होता है।

सौ. जया शशिकांत काले के कार्यों की सराहना
समारोह में उपस्थित सभी गणमान्य व्यक्तियों ने सौ. जया शशिकांत काले के योगदान की भूरी-भूरी प्रशंसा की। मंच के प्रतिनिधियों ने उनके कार्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा –
“ब्राह्मण महिला मंच का गौरव, जयाताई, कला और समाज सेवा के माध्यम से समाज में सकारात्मक परिवर्तन ला रही हैं। उनकी कला में सफलता की शक्ति और सरस्वती का आशीर्वाद स्पष्ट रूप से झलकता है।”
सम्मान और भविष्य की योजनाएं
सौ. जया शशिकांत काले को “कलारत्न पुरस्कार” के रूप में ट्रॉफी और प्रमाणपत्र प्रदान किया गया। इस सम्मान को लेकर अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा –
“यह पुरस्कार केवल मेरी कला का सम्मान नहीं है, बल्कि मुझे समाज के लिए और अधिक कार्य करने की प्रेरणा देता है। कला जगत में नई राहें बनाने और आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करने के लिए मैं सदैव प्रयासरत रहूंगी। यह सम्मान मेरे लिए एक जिम्मेदारी भी है।”
उनके इन प्रेरणादायक विचारों ने समारोह में उपस्थित लोगों के दिलों में गहरी छाप छोड़ी।
कला जगत में एक नई ऊर्जा का संचार
“कलारत्न पुरस्कार” प्राप्त करने के बाद सौ. जया शशिकांत काले ने कला जगत में अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज कराई है। उम्मीद की जा रही है कि उनका यह सफर आने वाले समय में और भी गौरवशाली होगा।
“कला केवल अभिव्यक्ति का माध्यम नहीं, बल्कि समाज को दिशा देने वाली शक्ति है। सौ. जया शशिकांत काले ने इस शक्ति को साकार किया है!”