नोएडा में भीषण सड़क हादसा: चार दोस्तों की दर्दनाक मौत, एक घायल; चार परिवारों में मातम
नोएडा के सेक्टर-11 में रविवार-सोमवार की मध्य रात्रि लगभग 2 बजे एक भयानक सड़क हादसे में चार दोस्तों की मौत हो गई। यह हादसा उस समय हुआ जब ये चारों युवक हिमांशु, मनीष, मोहित और विशाल कार में सवार होकर यात्रा कर रहे थे। कार की तेज रफ्तार के कारण अनियंत्रित होकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई, जिससे सभी की मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना ने चार परिवारों को गहरे सदमे में डाल दिया, और सोमवार को पूरे इलाके में मातम पसर गया।
हिमांशु की दर्दनाक मौत
हिमांशु, जो मूल रूप से उत्तराखंड के पिथौरागढ़ का निवासी था, हाल ही में अपने परिवार के साथ दिल्ली के न्यू कोंडली में रह रहा था। उसकी मां सावित्री ने बताया कि हिमांशु ने बिना बताए अपने पिता हरीश की कैब लेकर रात में दोस्तों के साथ घूमने निकल गया था। हरीश एक प्राइवेट कंपनी में कैब चलाते हैं। हिमांशु ने हाल ही में स्नातक की पढ़ाई पूरी की थी और उसकी डिग्री आने का इंतजार कर रहा था। कुछ समय पहले ही उसे नौकरी मिली थी, जिससे घर में खुशी का माहौल था। उसका जन्मदिन भी 15 अक्टूबर को था, लेकिन यह दुर्घटना उसके परिवार के सारे सपनों को चकनाचूर कर गई।
हिमांशु का पड़ोसी गौरव, जो उसे अपना भाई मानता था, ने बताया कि उसकी मौत से उसे अपने भाई के खोने जैसा दर्द हुआ है। हिमांशु का जाना उसके परिवार और दोस्तों के लिए एक बहुत बड़ा सदमा है।
मनीष की माँ की दिल दहला देने वाली प्रतिक्रिया
मृतक मनीष की मां सुलोचना देवी का कहना है कि मनीष उनके घर का सबसे छोटा और सबसे लाडला बेटा था। मनीष ने अपने दोस्तों के साथ जन्मदिन की पार्टी में जाने की बात कहकर घर छोड़ा था, लेकिन वह कभी वापस नहीं आया। उसकी मौत की खबर सुनकर परिवार का दिल टूट गया है। सुलोचना देवी ने बताया कि वे उत्तराखंड के देवप्रयाग से हैं और उनके परिवार में दो बहनें हैं जिनकी शादी हो चुकी है। मनीष अपने परिवार के लिए हमेशा ध्यान रखने वाला और जिम्मेदार बेटा था, और उसके बिना परिवार पूरी तरह टूट चुका है।
मोहित की मौत से भाई पर टूटा दुखों का पहाड़
मोहित के छोटे भाई मनीष ने कहा कि जब उसे देर रात खबर मिली कि उसके भाई मोहित की मौत हो गई है, तो उसके पैरों तले से जमीन खिसक गई। मोहित, जो यूपी के अलीगढ़ से था, नौकरी की तलाश में था। वह और मनीष दोनों अपने चाचा के साथ रहते थे, क्योंकि उनकी मां का पहले ही देहांत हो चुका था। मनीष ने बताया कि मोहित बचपन से ही उसका सबसे अच्छा दोस्त था और उसके जाने से वह बिल्कुल अकेला हो गया है। मोहित का जीवन संघर्षों से भरा था, और उसका सपना था कि वह अपने परिवार को एक बेहतर जिंदगी दे सके, लेकिन यह हादसा उसकी सारी उम्मीदें खत्म कर गया।
दोस्तों की बचपन से थी गहरी दोस्ती
हादसे में मारे गए चारों युवक बचपन से एक-दूसरे के करीबी दोस्त थे। हिमांशु, मनीष, मोहित और विशाल सभी प्राइवेट जॉब करते थे और एक दूसरे का साथ हमेशा देते थे। मोहित (21) ने 8वीं तक पढ़ाई की थी और वह शेयर मार्केट में काम करता था। विशाल (24) 12वीं पास था और एक कॉल सेंटर में काम करता था। बीकॉम पास मनीष (24) ने हाल ही में एक प्राइवेट जॉब छोड़ा था। हिमांशु (26), जो स्नातक था, हाल ही में नौकरी करने लगा था।
हादसे में बचा एक युवक
इस भयानक दुर्घटना में पांचवा युवक उत्तम भी कार में सवार था, जो गंभीर रूप से घायल है। उत्तम 10वीं पास है और उसका इलाज नोएडा के एक अस्पताल में चल रहा है।
यह हादसा चार परिवारों के लिए कभी न भरने वाले घाव छोड़ गया है।