बहराइच में तीसरे दिन भी हिंसा जारी, मजार तोड़ने की कोशिश, 10 लोगों पर FIR दर्ज
बहराइच में दुर्गा पूजा विसर्जन के दौरान शुरू हुई सांप्रदायिक हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। 14 अक्टूबर को दिनभर उपद्रव की घटनाएं जारी रहीं। नकवा गांव के पास स्थित एक मजार को भी तोड़ने की कोशिश की गई, लेकिन समय पर पुलिस बल के पहुंचने से उपद्रवी भाग खड़े हुए। इसके बाद गांव में आगजनी की कोशिश की गई, जिसे पुलिस ने मौके पर पहुंचकर नियंत्रित कर लिया। इस दौरान 50 से अधिक पुलिसकर्मी मौके पर तैनात रहे।
10 लोगों पर FIR दर्ज, PAC की 6 कंपनियां तैनात
इस सांप्रदायिक हिंसा के मामले में महसी थाने में 10 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है, जिनमें से 6 को नामजद किया गया है और 4 अज्ञात व्यक्तियों पर हत्या के आरोप में मामला दर्ज हुआ है। अब तक 30 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है। हालात काबू में लाने के लिए पीएसी की 6 कंपनियों को भेजा गया है, जो गोरखपुर, गोंडा, बलरामपुर, और बाराबंकी से पहुंची हैं। इलाके में तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया गया है ताकि सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों को रोका जा सके।
हिंसा में एक व्यक्ति की मौत, परिवार का विरोध
इस सांप्रदायिक हिंसा में राम गोपाल नामक व्यक्ति की मौत हो गई है। उनके परिवार ने आरोपियों की गिरफ्तारी तक अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया है। शव को महसी सब-डिविजन ऑफिस ले जाया गया, जहां स्थानीय लोग लाठियों के साथ जमा हो गए और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करने लगे। हिंसक भीड़ ने एक बाइक शोरूम में भी तोड़फोड़ की।
उत्तर प्रदेश सरकार और पुलिस की सक्रियता
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले की गंभीरता को देखते हुए स्थिति पर नजर रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने राज्य के डीजीपी से ताजा जानकारी प्राप्त की है और प्रशासन को सतर्क रहने के आदेश दिए हैं। फिलहाल, अतिरिक्त पुलिस बल को हाई अलर्ट पर रखा गया है ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।
घटना में शामिल आरोपियों के नाम
इस मामले में अब्दुल हमीद, सरफराज, फहीम, साहिर खान, ननकऊ और मारूफ अली समेत 10 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। चार अज्ञात लोगों के खिलाफ भी मामले दर्ज किए गए हैं।
इलाके में अब भी तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है, और प्रशासन की कोशिश है कि स्थिति जल्द से जल्द नियंत्रण में आ जाए।