मशाल का हुआ बुरा हाल, धनुष्यबान ने दिखाया कमाल! असली शिवसेना किसकी? सबसे बड़ा सवाल!
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति ने निर्णायक बढ़त बना ली है। महायुति 204 सीटों पर आगे चल रही है, जबकि बहुमत के लिए 145 सीटों की जरूरत है। वहीं, कांग्रेस के नेतृत्व वाली महाविकास अघाड़ी सिर्फ 72 सीटों पर आगे है और अन्य 10 सीटों पर बढ़त देखी जा रही है।
मुख्य बिंदु:
- महायुति:
- बीजेपी: 149 सीटों पर चुनाव लड़ा।
- शिवसेना (शिंदे गुट): 81 सीटों पर।
- अजित पवार गुट की एनसीपी: 59 सीटों पर।
- महाविकास अघाड़ी:
- कांग्रेस: 101 सीटों पर।
- शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट): 95 सीटों पर।
- शरद पवार गुट की एनसीपी: 86 सीटों पर।
लाडकी बहन योजना ने दिलाई बढ़त
महायुति की “लाडकी बहन योजना” चुनाव में गेम-चेंजर साबित हुई। इस योजना के तहत महायुति ने महिलाओं को 1500 रुपये के बजाय 2100 रुपये प्रति माह देने का वादा किया था। वहीं, महाविकास अघाड़ी की महालक्ष्मी योजना और महिलाओं को मुफ्त बस यात्रा का वादा असर नहीं दिखा पाया।
प्रमुख नेता:
- एकनाथ शिंदे: उनकी शिवसेना 50 सीटों पर आगे।
- उद्धव ठाकरे: उनकी पार्टी 26 सीटों पर बढ़त के साथ पीछे।
- अजित पवार: बारामती से आगे।
- देवेंद्र फडणवीस: नागपुर से आगे।
संजय राउत और उद्धव ठाकरे का आरोप
शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने नतीजों पर सवाल उठाते हुए कहा, “कुछ तो गड़बड़ है। महाराष्ट्र के जनमत को नजरअंदाज किया गया है। शरद पवार और उद्धव ठाकरे की मेहनत को नकारा गया है।”
महायुति की स्पष्ट बहुमत के साथ सत्ता में वापसी तय दिख रही है। यह चुनाव शिंदे गुट की शिवसेना और अजित पवार गुट के लिए बड़ी सफलता साबित हुआ है, जबकि महाविकास अघाड़ी के लिए यह बड़ा झटका है।