बांग्लादेशी घुसपैठियों को लेकर किरीट सोमैया का अभियान, सिल्लोड के SDM ने लगाए झूठे मामले दर्ज कराने के आरोप

औरंगाबाद: महाराष्ट्र में रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ बीजेपी नेता और पूर्व सांसद किरीट सोमैया के अभियान ने नया मोड़ ले लिया है। सिल्लोड के उप-विभागीय अधिकारी लतीफ पठान ने सोमैया पर झूठे मामले दर्ज करने के लिए दबाव डालने का आरोप लगाया है, जिससे राजनीतिक हलकों में हड़कंप मच गया है।
सोमैया ने 406 बांग्लादेशियों के खिलाफ की थी शिकायत
सोमैया ने आरोप लगाया था कि सिल्लोड तहसील में 406 बांग्लादेशियों को फर्जी जन्म प्रमाण पत्र जारी किए गए हैं। उन्होंने हाल ही में सिल्लोड का दौरा कर इस मुद्दे पर पुलिस अधिकारियों से चर्चा की थी। सोमैया का दावा है कि इस फर्जीवाड़े में अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत है, जिनकी मदद से बांग्लादेशियों को भारतीय नागरिकता के दस्तावेज दिए गए।
SDO लतीफ पठान का पलटवार – एक भी बांग्लादेशी नहीं मिला
सोमैया के इन आरोपों का खंडन करते हुए SDO लतीफ पठान ने कहा कि प्रशासन द्वारा की गई जांच में एक भी व्यक्ति बांग्लादेशी नहीं पाया गया। उन्होंने कहा,
“406 लोगों की जांच पूरी हो चुकी है और वे सभी स्थानीय निवासी पाए गए हैं। हमें एक भी बांग्लादेशी नहीं मिला। अगर कोई बांग्लादेशी ही नहीं है, तो झूठे मामले कैसे दर्ज किए जा सकते हैं?”
तीन लोगों पर फर्जी जन्म प्रमाण पत्र का मामला दर्ज
हालांकि, पुलिस ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जन्म प्रमाण पत्र बनवाने वाले तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इस मामले में किरीट सोमैया की शिकायत को भी जांच में शामिल कर लिया गया है। पुलिस निरीक्षक शेषराव उदार ने कहा कि दस्तावेजों की गहन जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
राजनीतिक विवाद गहराया
यह मामला अब राजनीतिक तूल पकड़ चुका है। जहां बीजेपी नेता सोमैया इसे “वोट जिहाद” और “घुसपैठियों की साजिश” बता रहे हैं, वहीं प्रशासन इसे “बेबुनियाद आरोप” करार दे रहा है। महाराष्ट्र में इस विवाद को लेकर आने वाले दिनों में राजनीतिक माहौल और गर्माने की संभावना है।