राजस्थान के बालोतरा में दलित युवक विशनाराम मेघवाल की हत्या के विरोध में बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए हैं। घटना के बाद से मृतक के परिजन और स्थानीय लोग धरने पर बैठे हैं और आरोपी की तुरंत गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने कस्बे में मौन जुलूस निकाला और पुलिस के प्रति आक्रोश व्यक्त किया।
मामूली कहासुनी में हत्या
विशनाराम मेघवाल, जो टेंट का काम करता था, बुधवार को नेहरू कॉलोनी में एक शादी समारोह के बाद टेंट और लाइट समेटने गया था। वाहन खड़ा करने को लेकर हुई कहासुनी के बाद आरोपी हर्षदान चारण ने चाकू से उस पर हमला कर दिया और मौके से फरार हो गया। गंभीर रूप से घायल विशनाराम ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। मृतक की हाल ही में शादी हुई थी।
आरोपी के खिलाफ पहले से कई मामले दर्ज
हर्षदान चारण बालोतरा थाने का हिस्ट्रीशीटर है और उसके खिलाफ हत्या के प्रयास, लूट और मारपीट जैसे दर्जनों मामले दर्ज हैं। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी की पहचान कर ली है और उसकी गिरफ्तारी के लिए 10 टीमें गठित की हैं।
परिजनों का शव उठाने से इनकार
मृतक के परिजनों ने आरोपी की गिरफ्तारी और अन्य मांगें पूरी होने तक शव का पोस्टमार्टम कराने और शव उठाने से इनकार कर दिया है। इस बीच, बड़ी संख्या में लोग मोर्चरी पहुंचे और मृतक के परिवार के लिए न्याय की मांग की।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस अधीक्षक कुंदन कंवरिया ने आरोपी की फोटो जारी कर आमजन से किसी भी सुराग की सूचना देने की अपील की है। बालोतरा और आसपास के क्षेत्रों में तनाव को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। धरना स्थल पर बालोतरा डीएसपी सुशील मान और सिवाना डीएसपी नीरज शर्मा सहित कई अधिकारी मौजूद हैं।
यह घटना क्षेत्र में जातिगत असमानता और हिंसा पर गंभीर सवाल खड़े करती है। प्रदर्शनकारी आरोपी की तत्काल गिरफ्तारी और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की मांग कर रहे हैं।