केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने घोषणा की है कि जल्द ही देश के अधिकतर पेट्रोल पंपों पर इथेनॉल मिश्रित पेट्रोल उपलब्ध होगा। इथेनॉल, जो मुख्यतः गन्ने और शर्करा वाली फसलों से उत्पादित होता है, पेट्रोल की तुलना में सस्ता है। इससे वाहन चलाने की लागत घटकर 65 रुपये प्रति लीटर तक आ सकती है।
गडकरी ने बताया कि टोयोटा ने इथेनॉल से चलने वाली कार लॉन्च की है, जो गन्ने के जूस से चलती है और जिसकी ईंधन लागत मात्र 25 रुपये प्रति लीटर है। फ्लेक्स-फ्यूल तकनीक के तहत पेट्रोल में इथेनॉल या मेथनॉल मिलाकर इसे सस्ता और पर्यावरण-अनुकूल बनाया जा रहा है।
केंद्र सरकार का लक्ष्य है कि 2030 तक पेट्रोल में 20% इथेनॉल मिलाया जाए। इससे पेट्रोल-डीजल पर निर्भरता कम होगी और वैकल्पिक ईंधन का उपयोग बढ़ेगा। गडकरी ने उम्मीद जताई कि इससे न केवल पेट्रोल की कीमतों में कमी आएगी, बल्कि पर्यावरण संरक्षण को भी बल मिलेगा।