बदलापुर एनकाउंटर केस: जितेंद्र आव्हाड का बड़ा दावा – “अक्षय शिंदे ने बलात्कार किया ही नहीं, असली आरोपियों को बचाने के लिए हुई हत्या”

मुंबई: बदलापुर की दो स्कूली बच्चियों के साथ हुए यौन शोषण मामले में आरोपी अक्षय शिंदे की एनकाउंटर में मौत हो गई थी। हालांकि, मुंबई उच्च न्यायालय ने हाल ही में इसे फर्जी एनकाउंटर करार दिया है। इस पर एनसीपी विधायक जितेंद्र आव्हाड ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि अक्षय शिंदे ने बलात्कार किया ही नहीं था, बल्कि असली आरोपियों को बचाने के लिए उसकी हत्या कर दी गई।
मुंबई में आज संतोष देशमुख मामले को लेकर सर्वदलीय जनआक्रोश मोर्चा निकाला गया, जहां आव्हाड ने यह बयान दिया। उन्होंने कहा कि अक्षय शिंदे को जिस दूरी से गोली मारी गई, वह हास्यास्पद है। जब उसके हाथ में हथकड़ी लगी थी, तो वह किसी के जेब से रिवॉल्वर कैसे निकाल सकता है? अदालत में यह भी साबित हो चुका है कि रिवॉल्वर पर अक्षय शिंदे के फिंगरप्रिंट नहीं मिले हैं।
“पुलिस ने असली अपराधियों को बचाने के लिए अक्षय शिंदे की हत्या की”
आव्हाड ने दावा किया कि अक्षय शिंदे का एनकाउंटर नहीं, बल्कि हत्या हुई है, लेकिन अभी तक इस मामले में कोई एफआईआर दर्ज नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि पुलिस की कार्यशैली को सब जानते हैं और इस मामले में न्यायिक जांच की जरूरत है।
इस मामले पर कांग्रेस नेता नाना पटोले ने भी सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि न्यायालय ने इसे फर्जी एनकाउंटर बताया है। उन्होंने कहा, “सरकार ने अपने पाप छिपाने के लिए एक निर्दोष व्यक्ति की हत्या कर दी। इस मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और दोषियों को सजा मिलनी चाहिए।”
पटोले ने कहा कि पुलिस ने पहले इसे आत्महत्या का मामला बताया था, लेकिन अदालत में यह साबित हो चुका है कि रिवॉल्वर पर अक्षय शिंदे के फिंगरप्रिंट नहीं थे। उन्होंने मांग की कि इस फर्जी एनकाउंटर में शामिल पुलिस अधिकारियों और उनके आदेश देने वालों की गहन जांच होनी चाहिए।