दिल्ली में ‘ऑपरेशन लोटस’ शुरू? BJP पर विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप – संजय सिंह

नई दिल्ली: दिल्ली में चुनाव नतीजों से पहले AAP सांसद संजय सिंह ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि BJP ने ‘ऑपरेशन लोटस’ के तहत विधायकों को खरीदने की कोशिश शुरू कर दी है। उन्होंने दावा किया कि BJP ने AAP के विधायकों को 15-15 करोड़ रुपये का ऑफर देकर पार्टी छोड़ने के लिए कहा।
संजय सिंह का आरोप – दो मंत्रियों को तोड़ा, विधायकों को पैसा और जांच एजेंसियों से दबाव
संजय सिंह ने कहा कि BJP ने AAP के दो मंत्रियों को तोड़कर पार्टी छोड़ने के लिए मजबूर किया। उन्होंने आरोप लगाया कि BJP पैसे और जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करके सरकार गिराने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा, “हमने संघर्षों के बाद दिल्ली को बचाया है, लेकिन अब BJP हमारे विधायकों को खरीदने का प्रयास कर रही है।”
AAP विधायकों को मिले 15-15 करोड़ के ऑफर
संजय सिंह के अनुसार, AAP के सात विधायकों को 15-15 करोड़ रुपये का ऑफर दिया गया। उन्होंने कहा, “हमारे कई विधायकों ने हमें सूचित किया है कि उन्हें पार्टी छोड़ने और BJP में शामिल होने के बदले करोड़ों रुपये का प्रस्ताव दिया गया है। कुछ विधायकों से तो सीधे मुलाकात कर ऑफर दिया गया।”
AAP ने विधायकों को सतर्क किया, कॉल रिकॉर्डिंग और वीडियो बनाने के निर्देश
AAP सांसद ने बताया कि उनकी पार्टी ने सभी विधायकों को सतर्क कर दिया है और अगर कोई इस तरह की कॉल या ऑफर देता है तो उसकी रिकॉर्डिंग और वीडियो बनाने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि BJP के इस कथित ‘ऑपरेशन लोटस’ का पर्दाफाश किया जाएगा और सबूत मीडिया व जनता के सामने लाए जाएंगे।
BJP अपनी हार स्वीकार कर चुकी है – संजय सिंह
संजय सिंह ने BJP पर निशाना साधते हुए कहा कि 8 फरवरी को काउंटिंग से पहले ही BJP ने अपनी हार मान ली है। उन्होंने कहा, “BJP बुरी तरह से चुनाव हार रही है और इसीलिए अब धनबल और जांच एजेंसियों के दबाव से हमारी पार्टी को तोड़ने का प्रयास कर रही है। यह उनका देशभर में अपनाया हुआ तरीका है, जिसे वे ‘ऑपरेशन लोटस’ कहते हैं।”
BJP का पलटवार, AAP के आरोपों को बताया बेबुनियाद
हालांकि, BJP की ओर से इस आरोप पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन पार्टी के कई नेताओं ने इसे AAP की राजनीतिक रणनीति और झूठा प्रचार करार दिया है। चुनावी माहौल में यह बड़ा राजनीतिक विवाद बन सकता है, जिससे दिल्ली की सियासत में हलचल मच गई है।