महाराष्ट्र चुनाव में गड़बड़ी? 9.4 करोड़ मतदाता, लेकिन 9.7 करोड़ वोट, चुनाव आयोग से विपक्ष ने मांगा जवाब

नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी, एनसीपी (शरद पवार गुट) की सांसद सुप्रिया सुले और शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने शुक्रवार को एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में मतदाता आंकड़ों की विसंगति पर सवाल उठाए।
9.4 करोड़ मतदाता, लेकिन 9.7 करोड़ वोट कैसे पड़े?
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने चुनाव आयोग से पूछा कि जब महाराष्ट्र में कुल वोटिंग करने योग्य आबादी 9.4 करोड़ है, तो 9.7 करोड़ लोगों ने मतदान कैसे किया? उन्होंने इसे लेकर गहरी चिंता व्यक्त की और निर्वाचन आयोग से जवाब मांगा।
मतदाता संख्या में अचानक उछाल
राहुल गांधी ने बताया कि लोकसभा चुनाव के बाद केवल पांच महीनों में 39 लाख नए मतदाता जुड़े, जबकि पिछले पांच वर्षों में यह संख्या 32 लाख थी। उन्होंने सवाल उठाया कि इतनी तेजी से मतदाता संख्या में बढ़ोतरी कैसे हुई?
चुनाव आयोग से मतदाता सूची की मांग
कांग्रेस, शिवसेना-यूबीटी और एनसीपी (शरद पवार गुट) ने चुनाव आयोग से अंतिम मतदाता सूची साझा करने की मांग की है। विपक्षी नेताओं ने कहा, “हम चुनाव आयोग पर कोई आरोप नहीं लगा रहे हैं, लेकिन पारदर्शिता सुनिश्चित करना उनकी जिम्मेदारी है।”
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, महाराष्ट्र की वोटिंग योग्य आबादी 9.54 करोड़ है, लेकिन विधानसभा चुनाव में 9.7 करोड़ मत पड़े। विपक्ष ने इस विसंगति को लेकर निष्पक्ष जांच की मांग की है।
चुनाव आयोग पर बढ़ा दबाव
इस मामले पर चुनाव आयोग की प्रतिक्रिया का इंतजार किया जा रहा है। विपक्ष की ओर से लगातार चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता की मांग की जा रही है, जिससे यह मुद्दा अब राजनीतिक बहस का केंद्र बन गया है।