नाजिया इलाही केस: पीछा करने और हमले के दावे निकले झूठे, पुलिस ने बताई असली वजह

मुंबई: हाल ही में सड़क हादसे के बाद नाजिया इलाही द्वारा लगाए गए गंभीर आरोपों की पुलिस जांच में बड़ा खुलासा हुआ है। शुरुआती दावा था कि मुस्लिम समाज के कुछ लोगों ने उनकी गाड़ी का पीछा किया और जान लेने की कोशिश की। इस दावे के बाद मामला तूल पकड़ने लगा और पुलिस ने तुरंत जांच शुरू की।
जांच के दौरान पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले और चश्मदीद गवाहों से पूछताछ की। जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ी, कहानी में नया मोड़ आता गया। पुलिस को ऐसा कोई ठोस सबूत नहीं मिला जिससे साबित हो कि किसी ने नाजिया की गाड़ी का पीछा किया या उन पर हमला करने की कोशिश की।
मामले की असली वजह तब सामने आई जब पुलिस ने उस टैक्सी ड्राइवर से पूछताछ की, जिसकी गाड़ी से हादसा हुआ था। ड्राइवर ने स्वीकार किया कि वह थकान के कारण झपकी ले रहा था, जिससे उसकी गाड़ी का नियंत्रण बिगड़ गया और हादसा हुआ।
पुलिस के इस खुलासे के बाद लोगों में इस घटना को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। कुछ लोग नाजिया के बयान पर सवाल उठा रहे हैं, जबकि कुछ का मानना है कि हादसे के बाद वह घबरा गई होंगी और गलतफहमी में ऐसा दावा कर बैठी होंगी।
पुलिस की अपील: अफवाहों से बचें
पुलिस ने इस मामले के माध्यम से एक अहम संदेश दिया है कि किसी भी घटना पर जल्दबाजी में निष्कर्ष निकालना सही नहीं है। बिना पुख्ता सबूतों के किसी पर आरोप लगाने या किसी घटना को सांप्रदायिक रंग देने से समाज में तनाव बढ़ सकता है।
सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों को लेकर भी पुलिस ने चेतावनी दी है और लोगों से अपील की है कि वे बिना पुष्टि किए किसी भी खबर को न फैलाएं, क्योंकि इससे माहौल बिगड़ सकता है।