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रमजान के पहले दिन गाजा में खाद्य आपूर्ति रोकी, इजराइल पर बढ़ी आलोचना

गाजा में सभी खाद्य एवं राहत सामग्रियों की आपूर्ति रोकने के इजराइली फैसले पर वैश्विक स्तर पर तीखी आलोचना हो रही है। रविवार को इजराइल ने गाजा पट्टी में सभी वस्तुओं और रसद के प्रवेश पर रोक लगा दी और चेतावनी दी कि यदि हमास संघर्षविराम को बढ़ाने के प्रस्ताव को स्वीकार नहीं करता, तो उसे “गंभीर परिणाम” भुगतने होंगे।

इजराइल पर मानवीय संकट गहराने के आरोप

मध्यस्थ देशों मिस्र और कतर ने इजराइल पर मानवीय कानूनों का उल्लंघन करने और भुखमरी को हथियार के रूप में इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है। हमास ने भी इस कदम को “युद्ध अपराध” करार दिया और संघर्षविराम समझौते के उल्लंघन का आरोप लगाया।

संघर्षविराम वार्ता और नई शर्तें

इजराइल और हमास के बीच संघर्षविराम का पहला चरण शनिवार को समाप्त हो गया था, जिसमें मानवीय सहायता बढ़ाई गई थी। अब दोनों पक्ष दूसरे चरण की वार्ता में हैं, जिसमें इजराइल को सेना हटाने और स्थायी संघर्षविराम लागू करने की शर्त रखी गई है। इसके बदले हमास शेष बंधकों को रिहा करेगा।
इजराइल ने अमेरिका के नए प्रस्ताव के तहत संघर्षविराम को रमजान और यहूदी पर्व ‘पासओवर’ (20 अप्रैल तक) तक बढ़ाने की पेशकश की है। इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के अनुसार, इस योजना के तहत हमास को पहले दिन आधे बंधकों को रिहा करना होगा, जबकि शेष तब रिहा किए जाएंगे जब स्थायी युद्धविराम पर समझौता हो जाएगा।

अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतारेस ने सभी पक्षों से गाजा में हिंसा रोकने और तत्काल मानवीय सहायता की अनुमति देने की अपील की। मिस्र ने इजराइल की निंदा करते हुए कहा कि गाजा की घेराबंदी मानवीय संकट को और बढ़ा सकती है। अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता ब्रायन ह्यूग्स ने इजराइल के फैसले का समर्थन किया, जबकि कई गैर-सरकारी संगठनों ने इजराइली सरकार से राहत आपूर्ति की बहाली की मांग की।

हमास की चेतावनी और बंधकों का मुद्दा

हमास ने कहा कि यदि संघर्षविराम वार्ता में देरी हुई तो बंधकों की रिहाई पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। इजराइल के विदेश मंत्री गिदोन सार ने बयान दिया कि बंधकों की रिहाई को प्राथमिकता दी जाएगी और संघर्षविराम वार्ता जारी रहेगी।

गाजा में खाद्य संकट गहराया

गाजा की अधिकतर आबादी अंतरराष्ट्रीय सहायता पर निर्भर है। संघर्षविराम के दौरान प्रतिदिन लगभग 600 सहायता ट्रक गाजा पहुंचे थे, जिससे भुखमरी की आशंका कुछ हद तक कम हुई थी। लेकिन अब जब राहत सामग्री रोकी गई है, स्थानीय लोगों का कहना है कि खाद्य पदार्थों की कीमतें अचानक बढ़ गई हैं।

अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ा, विरोध तेज

इजराइल के इस फैसले पर अंतरराष्ट्रीय दबाव लगातार बढ़ रहा है, और दुनिया भर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। अब यह देखना होगा कि क्या इजराइल अपने रुख में बदलाव करता है या फिर यह संकट और गहराता है।

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