बेंगलुरु महालक्ष्मी मर्डर केस: आरोपी मुक्ति रंजन रॉय ने की आत्महत्या, सुसाइड नोट में खुला राज
बेंगलुरु के व्यालीकवल इलाके में हाल ही में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया जब 39 वर्षीय महिला, महालक्ष्मी का शव उसके घर से टुकड़ों में कटा हुआ बरामद हुआ। इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी। पुलिस ने मामले की तफ्तीश में महालक्ष्मी के बॉयफ्रेंड, मुक्ति रंजन रॉय को मुख्य संदिग्ध माना। रॉय के खिलाफ हत्या के बाद से ही सर्च ऑपरेशन चल रहा था, लेकिन वह फरार था।
घटना का विवरण
21 सितंबर को पुलिस को महालक्ष्मी के घर से उसके शव के टुकड़े मिले। फ्रीज में रखे गए ये टुकड़े 59 हिस्सों में थे। महालक्ष्मी के शव को इतनी बेरहमी से काटा गया था कि इस जघन्य हत्याकांड ने सभी को स्तब्ध कर दिया। महालक्ष्मी का शव उसके घर के अलग-अलग हिस्सों में बिखरा हुआ पाया गया। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि महालक्ष्मी की शादी हेमंत दास से हुई थी, लेकिन आपसी कलह के चलते वह बेंगलुरु में अकेले रहने लगी थी।
मुख्य आरोपी की पहचान
महालक्ष्मी के बॉयफ्रेंड, मुक्ति रंजन रॉय, जो कि इस हत्याकांड का मुख्य संदिग्ध था, की पहचान पुलिस ने जल्दी ही कर ली थी। पुलिस का मानना था कि हत्या के बाद से रॉय बेंगलुरु छोड़कर भाग गया था। इसके बाद बेंगलुरु पुलिस ने कई राज्यों में उसकी तलाश शुरू की।
आरोपी की आत्महत्या
तलाशी अभियान के दौरान पुलिस को जानकारी मिली कि मुक्ति रंजन रॉय ने ओडिशा में आत्महत्या कर ली है। उसका शव एक पेड़ से लटका हुआ पाया गया। पुलिस ने मौके से एक सुसाइड नोट भी बरामद किया, जिसमें उसने महालक्ष्मी की हत्या की बात कबूल की। सुसाइड नोट में रॉय ने लिखा कि उसने महालक्ष्मी की हत्या कर बड़ी गलती की है, और इसी अपराधबोध के कारण उसने आत्महत्या का कदम उठाया।
पुलिस जांच
पुलिस सूत्रों के अनुसार, महालक्ष्मी और रॉय के बीच आपसी संबंधों में तनाव था। शुरुआती जांच से पता चला है कि महालक्ष्मी और रॉय के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ था, जिसके बाद रॉय ने महालक्ष्मी की हत्या कर दी। हत्या के बाद उसने उसके शव को 59 टुकड़ों में काटकर फ्रीज में रख दिया। पुलिस इस मामले से जुड़े अन्य सबूतों की भी जांच कर रही है।
इस हत्याकांड ने समाज को हिला कर रख दिया है और पुलिस इस बात की गहराई से जांच कर रही है कि आखिर हत्या के पीछे असली कारण क्या था।