खरगोन के जंगल में औरंगाबाद के बिल्डर का शव बरामद, हत्या की आशंका से मचा हड़कंप
मध्य प्रदेश के खरगोन जिले के सनावद थाना क्षेत्र के घोड़वा के जंगल में औरंगाबाद के एक नामी बिल्डर का शव मिलने से इलाके में हड़कंप मच गया है। महाराष्ट्र के 45 वर्षीय बिल्डर किशोर लोहकरे, जो 17 सितंबर से लापता थे, उनका शव जंगल में बरामद हुआ। प्रारंभिक जांच के अनुसार, हत्या के बाद लाश को जंगल में फेंकने और जलाने की कोशिश की गई थी। इस मामले में पुलिस को हत्या की आशंका लग रही है, और जांच तेजी से की जा रही है।
घटना का खुलासा
महाराष्ट्र पुलिस ने खरगोन पुलिस के सहयोग से बिल्डर का पता मोबाइल लोकेशन के आधार पर लगाया। किशोर लोहकरे के लापता होने की रिपोर्ट 17 सितंबर को औरंगाबाद के वालुज थाने में दर्ज की गई थी। महाराष्ट्र पुलिस ने जब उनकी मोबाइल लोकेशन का पता लगाया, तो वह खरगोन जिले के घोड़वा घाट इलाके में पाई गई। पुलिस की जांच में इस इलाके में शव मिलने का पता चला।
शव की पहचान महाराष्ट्र से आए असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर संजय गीत्ते और मृतक के भाई ने की। शव को पहचानना मुश्किल था क्योंकि वह पूरी तरह से गल चुका था और कई दिनों से जंगल में पड़ा होने के कारण जानवरों ने उसे काफी हद तक खा लिया था। शव की इस स्थिति के कारण जांच में कई कठिनाइयां सामने आ रही हैं।
हत्या की आशंका और फरार आरोपी
खरगोन के एसपी धर्मराज मीना ने मीडिया को बताया कि प्रारंभिक जांच में हत्या की आशंका जताई जा रही है। महाराष्ट्र पुलिस के साथ मिलकर खरगोन पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है। मृतक किशोर लोहकरे का 17 सितंबर से कोई पता नहीं था, जब वे मुंबई के लिए रवाना हुए थे। उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट उसी दिन वालुज थाने में दर्ज की गई थी।
पुलिस का मानना है कि मृतक के साथ रहने वाले कुछ लोगों पर हत्या की आशंका है, और इस मामले में तीन लोग फरार बताए जा रहे हैं। पुलिस इन लोगों की तलाश कर रही है और उनसे जुड़े सभी पहलुओं की जांच कर रही है। पुलिस ने उन लोगों से पूछताछ शुरू कर दी है जो आखिरी बार किशोर लोहकरे के साथ देखे गए थे।
शव की स्थिति और जांच में चुनौती
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, शव की हालत बहुत खराब हो चुकी है। कई दिनों से जंगल में पड़े रहने के कारण शरीर पूरी तरह से गल चुका था, और जानवरों ने शव के कई हिस्सों को खा लिया था। इस वजह से शव की पहचान करना मुश्किल हो गया था, और फॉरेंसिक जांच में भी चुनौतियां आ रही हैं। शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है, और एफएसएल (फॉरेंसिक साइंस लैब) की टीम जांच में जुटी हुई है।
जांच की दिशा
फिलहाल पुलिस कई एंगल से मामले की जांच कर रही है, जिसमें मृतक के साथियों और उनके व्यावसायिक संबंधों को भी खंगाला जा रहा है। पुलिस इस बात का भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि किस कारण से किशोर लोहकरे की हत्या की गई और उनके शव को जंगल में फेंकने और जलाने की कोशिश की गई।
महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश पुलिस मिलकर इस मामले को सुलझाने की कोशिश कर रही हैं। हालांकि, फरार आरोपियों की गिरफ्तारी और फॉरेंसिक जांच के बाद ही हत्या के सही कारणों और दोषियों का पता चल पाएगा। पुलिस मामले को जल्द से जल्द सुलझाने के लिए विभिन्न साक्ष्यों को इकट्ठा कर रही है।