मुंबई के वर्ली स्थित श्मशान घाट पर आज देश के महान उद्योगपति रतन टाटा का अंतिम संस्कार किया जाएगा। रतन टाटा, जिन्होंने भारतीय उद्योग जगत को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया और अपनी परोपकारी कार्यों से लाखों लोगों के जीवन को प्रभावित किया, के निधन से पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई है।
अंतिम संस्कार की तैयारियां
रतन टाटा के पार्थिव शरीर को पहले मुंबई के NCPA ग्राउंड में अंतिम दर्शन के लिए रखा गया हैं, जहां देश के कई बड़े नेताओं, उद्योगपतियों, फिल्मी हस्तियों और आम जनता ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। इसके बाद, उनके पार्थिव शरीर को वर्ली के श्मशान घाट ले जाया गया, जहां कुछ देर बाद उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
श्रद्धांजलि देने पहुंचे प्रमुख नेता और हस्तियां
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने रतन टाटा के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा, “रतन टाटा जी ने अपने अथक परिश्रम और प्रगतिशील दृष्टिकोण से भारतीय उद्योग जगत को नई ऊँचाइयाँ दीं। उनकी सेवा और परोपकार की मिसाल सदियों तक प्रेरणा देती रहेगी।”
मुंबई में रतन टाटा को श्रद्धांजलि देने पहुंचे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी रतन टाटा के योगदान की सराहना की। महाराष्ट्र कैबिनेट ने रतन टाटा का नाम भारत रत्न के लिए प्रस्तावित करने का भी फैसला किया है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी और नीता अंबानी, अभिनेता आमिर खान और किरण राव सहित कई फिल्मी हस्तियों ने भी टाटा को अंतिम श्रद्धांजलि दी। आमिर खान ने कहा, “यह देश के लिए दुखद दिन है। रतन टाटा का योगदान अमूल्य है, हम सभी उन्हें याद करेंगे।”
रतन टाटा की अद्वितीय विरासत
रतन टाटा का भारतीय उद्योग जगत और समाज सेवा में योगदान अतुलनीय रहा है। उन्होंने टाटा समूह को वैश्विक पहचान दिलाई और लाखों लोगों के जीवन में सुधार लाने का कार्य किया। टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल से लेकर शिक्षा, स्वास्थ्य और विज्ञान के क्षेत्र में उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।
उनकी परोपकार की भावना और उदारता ने उन्हें केवल एक उद्योगपति नहीं, बल्कि मानवता के सच्चे सेवक के रूप में स्थापित किया। देश के विभिन्न कोनों से लोग उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं, और उनके निधन को एक युग का अंत मान रहे हैं।
शरद पवार और सुप्रिया सुले ने भी अर्पित की श्रद्धांजलि
NCP प्रमुख शरद पवार और उनकी बेटी सुप्रिया सुले भी मुंबई के NCPA मैदान पहुंचे और रतन टाटा को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि टाटा का योगदान देश के हर क्षेत्र में है और उनके निधन से जो शून्य उत्पन्न हुआ है, उसे भरना संभव नहीं है।
रतन टाटा के निधन से देश ने एक सच्चे मार्गदर्शक, उद्योगपति और परोपकारी को खो दिया है। उनका नाम सदियों तक भारतीय उद्योग जगत और परोपकार के क्षेत्र में प्रेरणा का स्रोत बना रहेगा। उनके अंतिम सफर में शामिल हुए हर व्यक्ति की आंखें नम थीं, और उनके योगदानों को याद करते हुए पूरा देश शोक में डूबा हुआ है।