पन्ना जिले में युवक ने देवी मंदिर में दी गर्दन काटकर बलि, अस्पताल में भर्ती
पन्ना जिले के ग्राम पंचायत केवटपुर से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां भखुरी निवासी राजकुमार यादव ने नौ दिनों तक माता विजयासी देवी की उपासना करने के बाद अपनी गर्दन काटकर बलि दे दी। यह घटना आज सुबह हुई जब वह गांव के विजयासी देवी के मंदिर में पहुंचा।
घटना का विवरण
राजकुमार यादव ने पिछले नौ दिनों से देवी की सिद्दत से पूजा की थी और उपवास रखा था। परिवार के सदस्यों के अनुसार, वह अपनी पूजा के दौरान देवी मां की कृपा प्राप्त करने की कोशिश कर रहा था और उसका मानना था कि देवी मां की शक्ति उस पर आ जाती थी। गांव में इस मंदिर की खास मान्यता है और यहां पहले भी लोग अपनी जीभ काटकर बलि चढ़ाते रहे हैं।
आज सुबह वह विजयासी देवी के मंदिर गया और अपनी गर्दन काटकर बलि देने का प्रयास किया। गर्दन काटने से मंदिर में खून फैल गया। स्थानीय लोगों ने यह देख पुलिस को तुरंत सूचना दी।
मौके पर पहुंची पुलिस और इलाज
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर राजकुमार को घायल अवस्था में तुरंत अस्पताल पहुंचाया। पहले उसे अजयगढ़ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, लेकिन उसकी हालत गंभीर देखते हुए उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। फिलहाल उसका इलाज जारी है और उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
गांव के निवासी हनुमान द्विवेदी ने बताया कि विजयासी देवी का मंदिर चंदेल कालीन समय का है और यहां पहले भी लोग अपनी जीभ काटकर बलि दे चुके हैं। उन्होंने बताया कि ऐसी मान्यता है कि बलि देने के बाद जीभ अपने आप जुड़ जाती है, और शायद इसी मान्यता के तहत राजकुमार यादव ने आज अपना सिर काटने का प्रयास किया।
पुलिस की जांच और समाज में अंधविश्वास की चर्चा
इस घटना ने पूरे क्षेत्र को स्तब्ध कर दिया है और पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है। यह घटना अंधविश्वास और धार्मिक विश्वासों के खतरनाक मोड़ पर चर्चा का विषय बन गई है, जहां भक्ति अंधश्रद्धा में बदल गई और युवक ने अपनी जान जोखिम में डाल दी।