महाराष्ट्र चुनाव: फडणवीस की चुनौती और शरद पवार का संकेत, क्या जयंत पाटिल होंगे अघाड़ी के सीएम चेहरा?
महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों की तारीखों की घोषणा होते ही चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई हैं। चुनाव 20 नवंबर को होंगे और 23 नवंबर को परिणाम घोषित किए जाएंगे। इस बार का मुकाबला महायुति (जिसमें भारतीय जनता पार्टी, शिवसेना (शिंदे गुट), और अन्य सहयोगी दल शामिल हैं) और महाविकास अघाड़ी (शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट), एनसीपी (शरद पवार गुट), और कांग्रेस) के बीच होगा।
हालांकि चुनाव के लिए एक महीने का समय बचा है, दोनों गठबंधन आंतरिक मतभेदों से जूझ रहे हैं। महायुति और महाविकास अघाड़ी दोनों में सीटों के बंटवारे और मुख्यमंत्री पद के चेहरे को लेकर खींचतान चल रही है। महायुति के भीतर फडणवीस-शिंदे नेतृत्व को लेकर संतुलन बनाए रखने की कोशिश की जा रही है, वहीं महाविकास अघाड़ी के भीतर भी मुख्यमंत्री पद के लिए नाम को लेकर असमंजस है।
फडणवीस ने शरद पवार को दी चुनौती:
चुनावी बयानबाज़ी के बीच, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार को महायुति सरकार की उपलब्धियों का रिपोर्ट कार्ड पेश किया और शरद पवार पर निशाना साधा। फडणवीस ने कहा कि महाविकास अघाड़ी अभी तक अपने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार का चेहरा घोषित नहीं कर पाई है क्योंकि उन्हें चुनाव में जीत का भरोसा नहीं है। उन्होंने शरद पवार को चुनौती देते हुए कहा कि पहले वह यह स्पष्ट करें कि महाविकास अघाड़ी का मुख्यमंत्री उम्मीदवार कौन होगा।
शरद पवार का बयान और जयंत पाटिल की चर्चा:
फडणवीस की चुनौती के बाद शरद पवार ने एक महत्वपूर्ण बयान दिया, जिससे यह कयास लगने लगे हैं कि महाविकास अघाड़ी की ओर से मुख्यमंत्री पद के लिए एनसीपी प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल हो सकते हैं। शरद पवार ने जयंत पाटिल के बारे में कहा कि महाराष्ट्र के विकास और राजनीतिक तौर पर राज्य की प्रगति के लिए उन पर बड़ी जिम्मेदारी होगी। पवार ने मौजूदा सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि राज्य का प्रशासन गलत हाथों में है और पाटिल को इस स्थिति को सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी।
शिवस्वराज्य यात्रा और जयंत पाटिल का उभार:
शरद पवार का यह बयान उस समय आया है जब जयंत पाटिल ने एनसीपी की ‘शिवस्वराज्य यात्रा’ को सफलतापूर्वक पूरा किया है। यह यात्रा लगभग 7,000 किलोमीटर लंबी थी और 76 से अधिक निर्वाचन क्षेत्रों को कवर करते हुए राज्य के विभिन्न हिस्सों तक पहुंची। पाटिल ने इस यात्रा के दौरान लोगों से संवाद किया और राज्य की प्रगति के लिए एक रोडमैप पेश किया। इस यात्रा को जयंत पाटिल के नेतृत्व में एनसीपी के शक्ति प्रदर्शन के रूप में देखा जा रहा है।
मुख्यमंत्री पद की दावेदारी:
शरद पवार के बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा तेज हो गई है कि महाविकास अघाड़ी की ओर से मुख्यमंत्री पद के लिए जयंत पाटिल का नाम आगे बढ़ सकता है। पवार ने पाटिल की क्षमता और उनके नेतृत्व की सराहना करते हुए उन्हें महाराष्ट्र के विकास के लिए एक अहम भूमिका निभाने वाला बताया। पवार ने यशवंतराव चव्हाण के युग की तुलना करते हुए कहा कि पाटिल में राज्य को उसी तरह प्रगति की दिशा में ले जाने की क्षमता है।
इस बयान से यह स्पष्ट संकेत मिल रहे हैं कि महाविकास अघाड़ी गठबंधन जयंत पाटिल को मुख्यमंत्री पद के चेहरे के रूप में प्रस्तुत कर सकता है। चुनावी माहौल में यह बयान इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे महाविकास अघाड़ी की ओर से एक स्पष्ट नेतृत्व का संकेत मिलता है, जो कि फडणवीस द्वारा उठाए गए सवालों का जवाब भी है।
कुल मिलाकर, महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति और महाविकास अघाड़ी के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल सकती है।