गिरिराज सिंह का नेहरू पर हमला: बंटवारे की नीति पर खामियाजा भुगत रहा देश, घुसपैठियों से लड़ने की अपील
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने मंगलवार को किशनगंज में हिंदू स्वाभिमान यात्रा के पहले चरण के अंतिम दिन एक जनसभा को संबोधित करते हुए देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की विभाजन नीति की तीखी आलोचना की। उन्होंने कहा कि भारत आज भी नेहरू की गलत नीतियों का खामियाजा भुगत रहा है। सिंह ने कहा कि 1947 में जब देश का बंटवारा हुआ था, तब डॉ. भीमराव अंबेडकर ने सुझाव दिया था कि सभी मुसलमानों को पाकिस्तान भेज दिया जाए और हिंदुओं को हिंदुस्तान लाया जाए, परंतु नेहरू ने अंबेडकर के इस सुझाव को अस्वीकार कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि अगर नेहरू ने यह फैसला किया होता, तो आज देश को कई समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता।
सीमावर्ती इलाकों में घुसपैठियों का बढ़ता प्रभाव
गिरिराज सिंह ने सीमावर्ती इलाकों, विशेषकर किशनगंज, में बढ़ती समस्याओं का ज़िक्र करते हुए कहा कि इन क्षेत्रों में बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों की संख्या बढ़ रही है, जिससे हिंदुओं पर अत्याचार हो रहा है। उन्होंने कहा कि इन घुसपैठियों की वजह से हिंदू अल्पसंख्यक हो गए हैं और उन पर लगातार अत्याचार किया जा रहा है। सिंह ने दावा किया कि जहां-जहां घुसपैठियों की संख्या बढ़ती है, वहां हिंदुओं के मंदिर तोड़े जाते हैं और उन्हें पूजा-अर्चना करने से रोका जाता है।
लव जिहाद और मतांतरण पर हमला
गिरिराज सिंह ने लव जिहाद का मुद्दा उठाते हुए कहा कि इन इलाकों में हिंदू बहन-बेटियों पर अत्याचार हो रहा है। उन्होंने हिंदू समाज से अपील की कि वे संगठित होकर लव जिहाद और घुसपैठियों के खिलाफ खड़े हों। साथ ही, सिंह ने ईसाई मिशनरियों पर भी आरोप लगाए कि वे गरीब हिंदुओं का मतांतरण कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में तेजी से मतांतरण हो रहा है, जिससे यहां बांग्लादेश जैसे हालात बनते जा रहे हैं।
हिंदू स्वाभिमान यात्रा का उद्देश्य
गिरिराज सिंह ने कहा कि हिंदू स्वाभिमान यात्रा का मुख्य उद्देश्य हिंदू समाज को एकजुट करना है। उन्होंने कहा कि जब तक हिंदू संगठित नहीं होंगे, तब तक यह यात्रा चलती रहेगी। सिंह ने यह भी कहा कि किशनगंज में कुछ लोग कश्मीर जैसे हालात बनाना चाहते हैं, परंतु हिंदू समाज ऐसा नहीं होने देगा। उन्होंने अपील की कि जाति-व्यवस्था से ऊपर उठकर सभी हिंदुओं को एकजुट होकर इस चुनौती का सामना करना चाहिए।
गिरिराज सिंह ने जोर देकर कहा कि सीमावर्ती इलाकों में घुसपैठियों और मतांतरण की समस्या को हल करने के लिए हिंदू समाज को संगठित होना पड़ेगा और उन्हें अपनी एकता के माध्यम से इन चुनौतियों का डटकर सामना करना होगा।