सीमित सीटों पर चुनाव लड़कर ‘किंगमेकर’ बनने की तैयारी में AIMIM
आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने रणनीति बदलते हुए केवल 16 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा की है। 2019 के चुनावों में पार्टी ने 44 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन इस बार एआईएमआईएम का लक्ष्य अपने स्ट्राइक रेट को बेहतर करना है। पार्टी का मानना है कि वह इस बार चुनाव परिणामों में एक निर्णायक भूमिका निभाते हुए किंगमेकर की स्थिति में आ सकती है।
सत्तारूढ़ गठबंधन के खिलाफ रणनीति
एआईएमआईएम के महाराष्ट्र प्रमुख और पूर्व सांसद इम्तियाज जलील ने कहा कि मौजूदा राजनीतिक माहौल में किसी भी चीज की गारंटी नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी का मुख्य उद्देश्य भाजपा, एकनाथ शिंदे की शिवसेना, और अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी के गठबंधन ‘महायुति’ को सत्ता से बाहर करना है। जलील ने संकेत दिए कि चुनाव के बाद की स्थिति में एआईएमआईएम समर्थन देने की भूमिका निभा सकती है।
चुनावी आकांक्षाएं और गठबंधन की कोशिशें
पार्टी ने कांग्रेस, उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी), और शरद पवार की एनसीपी के महा विकास अघाड़ी (एमवीए) में शामिल होने की इच्छा भी जाहिर की थी, लेकिन इन प्रयासों को सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिली। जलील ने कहा कि एमवीए ने उनकी पार्टी को गठबंधन में शामिल करने के उनके आग्रह का कोई जवाब नहीं दिया।
पिछले चुनावों का प्रदर्शन
एआईएमआईएम ने महाराष्ट्र में 2014 के विधानसभा चुनावों में दो सीटें जीती थीं और 2019 में धुले और मालेगांव सेंट्रल में जीत हासिल की थी। हालांकि, वह अन्य प्रमुख सीटों पर अपनी स्थिति बनाए रखने में असफल रही। इस बार पार्टी ने केवल उन्हीं निर्वाचन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया है, जहां उसकी जीत की संभावना अधिक है।
किंगमेकर की भूमिका की संभावना
पार्टी के नेता मानते हैं कि 16 सीटों पर चुनाव लड़ने के बावजूद एआईएमआईएम कुछ निर्वाचन क्षेत्रों में एमवीए के लिए चुनौतियां पैदा कर सकती है। इन सीटों पर पिछले चुनावों के आंकड़ों के अनुसार, पार्टी के प्रदर्शन ने विपक्षी गठबंधन की संभावनाओं को प्रभावित किया है। पार्टी का उद्देश्य अपनी प्रभावी उपस्थिति बनाए रखना और सरकार गठन की संभावित स्थिति में किंगमेकर के रूप में उभरना है।
ओवैसी की एआईएमआईएम इस बार एक छोटी लेकिन प्रभावशाली उपस्थिति के साथ महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाग ले रही है। उसका उद्देश्य सत्तारूढ़ महायुति को चुनौती देना और खुद को एक मजबूत क्षेत्रीय खिलाड़ी के रूप में स्थापित करना है।