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पवन कल्याण की महाराष्ट्र में चुनावी एंट्री: ‘शेर आया-शेर आया’ के नारों से गूंजा मंच

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के प्रचार अभियान में तेलुगू फिल्मों के सुपरस्टार और जन सेना पार्टी (JSP) के अध्यक्ष पवन कल्याण की एंट्री ने नया जोश भर दिया है। महाराष्ट्र में 20 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनज़र पवन कल्याण हाल ही में भाजपा उम्मीदवार के समर्थन में प्रचार करने पहुंचे। जैसे ही वह मंच पर पहुंचे, समर्थकों के बीच ‘शेर आया-शेर आया’ और ‘सनातनी हिंदू नेता पवन कल्याण आया’ के नारे गूंज उठे।

पवन कल्याण ने बढ़ाया भाजपा का उत्साह

पवन कल्याण, जो अपनी हिंदुत्ववादी छवि और स्पष्ट विचारधारा के लिए जाने जाते हैं, ने भाजपा के लिए प्रचार करते हुए हिंदू संस्कृति और सनातन धर्म के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने रैली में कहा कि भले ही वह दिवंगत शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे से कभी व्यक्तिगत रूप से नहीं मिले, लेकिन उनकी विचारधारा और सनातन धर्म के प्रति उनकी निष्ठा हमेशा प्रेरणा रही है।

उन्होंने कहा, “बालासाहेब ठाकरे ने धर्म, संस्कृति और न्याय के लिए जो लड़ाई लड़ी, वह मेरे जैसे नेताओं के लिए आदर्श है। महाराष्ट्र में भाजपा का समर्थन करना और सनातन धर्म के सिद्धांतों की रक्षा करना मेरा कर्तव्य है।”

पवन कल्याण: साउथ के सुपरस्टार से हिंदुत्व के समर्थक तक

पवन कल्याण का नाम तेलुगू सिनेमा के सबसे बड़े सुपरस्टार्स में शुमार है। उनकी लोकप्रियता फिल्मों से परे जाकर जनता के बीच गहरी पैठ बना चुकी है। 2014 में जन सेना पार्टी (JSP) की स्थापना के साथ, उन्होंने तेलुगू भाषी राज्यों में राजनीतिक सफर की शुरुआत की। उनकी पार्टी आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में युवाओं के बीच खासा समर्थन रखती है।

पवन कल्याण की छवि एक कट्टर हिंदू नेता की है। वह सनातन धर्म, भारतीय संस्कृति और हिंदुत्व की वकालत करने वाले नेताओं में माने जाते हैं। यही वजह है कि महाराष्ट्र में भी उनकी उपस्थिति ने भाजपा समर्थकों में नई ऊर्जा का संचार किया।

महाराष्ट्र की राजनीति में पवन कल्याण की एंट्री क्यों खास?

महाराष्ट्र में विधानसभा चुनावों का माहौल पहले से ही गर्म है। भाजपा और उसके सहयोगी दल शिवसेना (शिंदे गुट) अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए बड़े प्रचारकों को मैदान में उतार रहे हैं। पवन कल्याण जैसे स्टार प्रचारक का आना भाजपा की रणनीति का हिस्सा है।

तेलुगू भाषी समुदाय की उपस्थिति और पवन कल्याण की हिंदुत्ववादी छवि उन्हें महाराष्ट्र में प्रभावशाली बना सकती है। रैली के दौरान समर्थकों द्वारा लगाए गए नारों ने यह स्पष्ट कर दिया कि उनकी लोकप्रियता सिर्फ साउथ तक सीमित नहीं है।

पवन कल्याण और भाजपा का गठजोड़

भाजपा और पवन कल्याण की पार्टी जन सेना पहले से ही आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में राजनीतिक सहयोगी हैं। महाराष्ट्र में उनकी मौजूदगी इस गठजोड़ को और मजबूती देती है। पवन कल्याण की अपील खासकर युवाओं और हिंदुत्व समर्थकों के बीच प्रभाव डाल सकती है, जो भाजपा के लिए फायदेमंद हो सकता है।

क्या महाराष्ट्र में पवन कल्याण बनाएंगे नया समीकरण?

महाराष्ट्र की राजनीति में बाहरी नेताओं का आना कोई नई बात नहीं है। लेकिन पवन कल्याण की आक्रामक शैली और जनता के मुद्दों पर आधारित राजनीति उन्हें अलग बनाती है। उनके भाषणों में सामाजिक न्याय, धर्म और विकास का संतुलन देखने को मिलता है।

महाराष्ट्र में भाजपा उम्मीदवारों के समर्थन में उनके प्रचार अभियान ने संकेत दिया है कि पवन कल्याण भविष्य में भी राज्य की राजनीति में सक्रिय भूमिका निभा सकते हैं। उनकी उपस्थिति ने यह स्पष्ट कर दिया है कि भाजपा अपनी रणनीति में हर वर्ग को जोड़ने का प्रयास कर रही है।

पवन कल्याण की महाराष्ट्र में चुनावी एंट्री ने भाजपा के प्रचार अभियान को नई धार दी है। ‘शेर आया-शेर आया’ के नारों से गूंजती रैली ने यह साफ कर दिया कि उनकी अपील सिर्फ एक नेता की नहीं, बल्कि एक प्रेरणा की तरह है। यह देखना दिलचस्प होगा कि पवन कल्याण का यह प्रभाव महाराष्ट्र के चुनावी नतीजों पर कितना असर डालता है।

खासदार टाइम्स

खासदार टाईम्स {निडर, निष्पक्ष, प्रखर समाचार, खासदार की तलवार, अन्याय पे प्रहार!} हिंदी/मराठी न्यूज पेपर, डिजिटल न्यूज पोर्टल/चैनल) RNI No. MAHBIL/2011/37356 संपादक - खान एजाज़ अहमद, कार्यकारी संपादक – सय्यद फेरोज़ आशिक

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