वोटिंग के दिन बिटकॉइन घोटाले के आरोपों पर गरमाई सियासत, सुप्रिया सुले ने बीजेपी को दिया करारा जवाब
महाराष्ट्र में आज विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग हो रही है, लेकिन इससे ठीक एक दिन पहले बीजेपी ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) की नेता सुप्रिया सुले और कांग्रेस के नाना पटोले पर बिटकॉइन घोटाले में शामिल होने का आरोप लगाकर राजनीतिक माहौल को गरमा दिया। बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इन नेताओं पर विदेशी मुद्रा और बिटकॉइन के जरिए चुनाव को प्रभावित करने का आरोप लगाया।
क्या है मामला?
बीजेपी ने पुणे के पूर्व पुलिस अधिकारी रवींद्र पाटिल के हवाले से आरोप लगाए कि सुप्रिया सुले और नाना पटोले ने बिटकॉइन का उपयोग विदेशी करेंसी में लेन-देन के लिए किया। इसके जरिए चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश की गई। प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीजेपी ने ऑडियो रिकॉर्डिंग और व्हाट्सएप चैट्स के स्क्रीनशॉट जैसे कथित सबूत भी पेश किए।
सुधांशु त्रिवेदी ने दावा किया कि इन रिकॉर्डिंग्स में सुप्रिया सुले की आवाज़ है और उन्होंने इस मामले की गहराई से जांच की मांग की। उन्होंने पांच सवाल पूछे:
- क्या आपने बिटकॉइन में कारोबार किया है?
- क्या गौरव मेहता और अमिताभ गुप्ता से आपका कोई संबंध है?
- क्या यह व्हाट्सएप चैट आपकी है?
- इस चैट में किसके बारे में बात की जा रही है?
- कॉल रिकॉर्डिंग्स में क्या आवाज़ आपकी है?
सुप्रिया सुले ने आरोपों को बताया झूठा
बारामती में वोट डालने के बाद सुप्रिया सुले ने इन सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, “बीजेपी हमेशा मतदान से ठीक पहले ऐसे बेबुनियाद आरोप लगाती है। ये आरोप सिर्फ ध्यान भटकाने और अफवाहें फैलाने के लिए हैं।”
सुप्रिया सुले ने कहा कि उन्होंने साइबर क्राइम विभाग से शिकायत की है और सुधांशु त्रिवेदी के खिलाफ मानहानि का नोटिस भेजा है। उन्होंने चुनौती देते हुए कहा, “मैं त्रिवेदी से उनकी पसंद की जगह और मंच पर बहस करने के लिए तैयार हूं।”
कांग्रेस और एनसीपी का पलटवार
एनसीपी और कांग्रेस ने इन आरोपों को बीजेपी की हताशा करार दिया। एनसीपी नेता अजीत पवार ने कहा, “बीजेपी जब चुनाव हारती दिखती है तो इस तरह की ओछी राजनीति करती है।” कांग्रेस नेता नाना पटोले ने भी कहा कि यह उनके खिलाफ सोची-समझी साजिश है।
चुनावी रणनीति या सच्चाई?
विपक्षी दलों का कहना है कि बीजेपी यह मुद्दा उठाकर चुनावी माहौल को प्रभावित करने की कोशिश कर रही है। वहीं, बीजेपी ने कहा कि इन आरोपों की जांच होनी चाहिए ताकि सच्चाई सामने आ सके।
राजनीतिक पारा चढ़ा
महाराष्ट्र चुनाव के दौरान यह मुद्दा बड़ा राजनीतिक विवाद बन गया है। सुप्रिया सुले और नाना पटोले के खिलाफ लगाए गए इन आरोपों की जांच अगर आगे बढ़ती है तो यह चुनावी समीकरणों को प्रभावित कर सकती है।
आगे क्या?
अब देखना होगा कि यह मामला कितना तूल पकड़ता है और चुनाव परिणामों पर इसका असर कैसा पड़ता है। फिलहाल सुप्रिया सुले ने कानूनी कार्रवाई की चेतावनी देकर बीजेपी को घेरने की रणनीति अपनाई है।