ब्रॉयलर चिकन में खतरनाक बैक्टीरिया की पुष्टि, ICMR ने दी चेतावनी
सर्दियों में चिकन खाने के शौकीनों के लिए भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) की एक स्टडी ने बड़ी चेतावनी जारी की है। केरल और तेलंगाना में बिकने वाले ब्रॉयलर चिकन के नमूनों में खतरनाक बैक्टीरिया पाए गए हैं, जो इंसानों के लिए घातक साबित हो सकते हैं।
खतरनाक बैक्टीरिया की मौजूदगी
ICMR की रिपोर्ट के अनुसार, इन नमूनों में ई. कोलाई और स्टैफिलोकोकस जैसे बैक्टीरिया पाए गए हैं।
- ई. कोलाई: डायरिया का कारण बन सकता है।
- स्टैफिलोकोकस: त्वचा रोगों का कारण बनता है।
- क्लेब्सिएला न्यूमोनिया: दवाओं का प्रतिरोध करने में सक्षम, गंभीर संक्रमण का कारण।
दवाओं का असर बेअसर
रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि ये बैक्टीरिया एंटीमाइक्रोबियल रेजिस्टेंस विकसित कर चुके हैं, यानी इन पर आम दवाएं बेअसर हो चुकी हैं। यहां तक कि उच्च तापमान पर पकाने के बाद भी ये बैक्टीरिया खत्म नहीं होते, जिससे यह स्थिति और चिंताजनक हो जाती है।
ब्रॉयलर चिकन के पीछे का विज्ञान
ब्रॉयलर चिकन मांस उत्पादन के लिए तैयार की गई नस्ल है, जिसे तेजी से बढ़ने और अधिक मांस देने के लिए पाला जाता है। लेकिन मुर्गी फार्मों में एंटीबायोटिक्स और हार्मोन्स के अंधाधुंध उपयोग से इसमें बैक्टीरिया और हानिकारक तत्व पैदा हो जाते हैं।
ICMR की सलाह: कैसे खरीदें सुरक्षित चिकन
- प्रामाणिक स्रोत से खरीदें: केवल विश्वसनीय दुकानों से चिकन खरीदें।
- ऑर्गेनिक चिकन चुनें: हार्मोन और एंटीबायोटिक्स से मुक्त।
- ताजा चिकन लें: फ्रोजन चिकन से बचें, क्योंकि इसमें संरक्षक हो सकते हैं।
- सावधानी से तैयार करें: चिकन को साफ पानी से धोएं और उच्च तापमान पर पकाएं।
ICMR की स्टडी ने खड़ी की नई चुनौती
यह स्टडी हेल्थ सेक्टर के लिए एक नई चुनौती लेकर आई है। यदि ऐसा चिकन खाया जाता है, तो इन बैक्टीरिया के कारण होने वाली बीमारियों का इलाज कठिन हो सकता है।
जनता को सतर्क रहने की अपील
डॉक्टर और स्वास्थ्य विशेषज्ञ लोगों से अपील कर रहे हैं कि ब्रॉयलर चिकन के उपयोग में सावधानी बरतें और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहें।