बीड जिले के मसाजोग सरपंच संतोष देशमुख हत्या मामले में अब तक चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि तीन आरोपी फरार हैं। इस संवेदनशील मामले की जांच सीआईडी द्वारा की जा रही है। पिछले तीन दिनों से सीआईडी के वरिष्ठ अधिकारी जिले में डेरा डाले हुए हैं। जांच में तेजी लाते हुए, सीआईडी ने पिछले 24 घंटों में वाल्मिक कराड के चारों ओर अपना शिकंजा कस दिया है।
मामले की गंभीर जांच जारी
इस हत्याकांड की जांच के लिए बीड जिले में सीआईडी की नौ टीमें सक्रिय हैं, जिनमें 150 से अधिक अधिकारी और कर्मचारी शामिल हैं। अब तक इन टीमों ने 100 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की है। वाल्मिक कराड पर सीआईडी ने दबाव बढ़ाना शुरू कर दिया है, जिससे फरार आरोपियों की तलाश में तेजी आई है।
24 घंटे में जांच में बड़ी प्रगति
- आरोपियों के दो मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं।
- सरपंच संतोष देशमुख के अपहरण में इस्तेमाल की गई गाड़ी से मिले फिंगरप्रिंट आरोपी के फिंगरप्रिंट से मेल खाते हैं।
- फरार चार आरोपियों के बैंक खाते फ्रीज कर दिए गए हैं, जिसमें वाल्मिक कराड का खाता भी शामिल है।
- वाल्मिक कराड की संपत्ति जब्त करने के लिए न्यायालय से अनुमति लेने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
देशभर में तलाश जारी
फरार आरोपियों की तलाश के लिए सीआईडी ने केरल, मध्य प्रदेश, कर्नाटक और गोवा में टीमें भेजी हैं। अब तक 115 से अधिक लोगों से पूछताछ की जा चुकी है। वाल्मिक कराड के करीबी माने जाने वाली दो महिलाओं पर सीआईडी की विशेष नजर है। इनसे भी पूछताछ की जा चुकी है।
देश से भागने का रास्ता बंद
वाल्मिक कराड के पास पासपोर्ट नहीं है, जिससे उसका देश से बाहर भागना असंभव हो गया है। सीआईडी ने कराड के करीबी लोगों पर भी मानसिक दबाव बनाना शुरू कर दिया है। उनके बैंक खाते फ्रीज करने और आर्थिक गतिविधियों को रोकने के बाद कराड के पास सीमित विकल्प बचे हैं।
सीआईडी ने अन्य राज्यों में जांच दल भेजकर फरार आरोपियों की तलाश तेज कर दी है। उम्मीद है कि जल्द ही सभी आरोपी कानून की गिरफ्त में होंगे।