औरंगाबाद में बस कंडक्टर की मॉब लिंचिंग, ग्रामीणों ने पीट-पीटकर उतारा मौत के घाट
औरंगाबाद, 12 जनवरी 2025: मदनपुर थाना क्षेत्र के कुसहा मोड़ पर रविवार सुबह एक दर्दनाक घटना घटी। सढ़ैल गांव के निवासी और बस कंडक्टर मंजय सिंह की 10-15 ग्रामीणों ने पीट-पीटकर हत्या कर दी। इस घटना ने क्षेत्र में सनसनी फैला दी है।
घटना का विवरण:
मंजय सिंह औरंगाबाद से धनबाद जाने वाली बस में कंडक्टर का काम करते थे। शुक्रवार को कुसहा गांव के पास कुछ बच्चों ने बस रुकवाने की कोशिश की, लेकिन मंजय ने बस नहीं रोकी। इसी बात को लेकर गांव के लोग नाराज हो गए।
रविवार की सुबह जब बस कुसहा गांव के पास पहुंची, तो 10-15 ग्रामीणों ने बस को रोककर कंडक्टर मंजय सिंह को बाहर उतार लिया और उनकी जमकर पिटाई की। गंभीर चोटों के कारण मंजय सिंह की मौके पर ही मौत हो गई।
ग्रामीणों का प्रदर्शन:
घटना के बाद सढ़ैल गांव के लोगों ने आरोपियों की गिरफ्तारी और सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर राष्ट्रीय राजमार्ग 19 पर प्रदर्शन किया।
- जाम: चार घंटे तक हाईवे पर टायर जलाकर प्रदर्शन किया गया।
- पुलिस का विरोध: मौके पर पहुंची पुलिस को भी ग्रामीणों के आक्रोश का सामना करना पड़ा।
पुलिस का बयान:
एसडीपीओ अमित कुमार ने बताया:
- पिटाई के दौरान मंजय सिंह की मौत हुई।
- पुलिस ने मृतक के परिवार के आवेदन के आधार पर केस दर्ज कर लिया है।
- आरोपियों की पहचान की जा रही है और उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।
मॉब लिंचिंग की दूसरी घटना:
औरंगाबाद में तीन दिनों के भीतर मॉब लिंचिंग की यह दूसरी घटना है। इससे पहले गुरुवार को ओबरा के बेल गांव में 40 ग्रामीणों ने प्रिंस कुमार की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी।
सवाल उठाती घटनाएं:
- इन घटनाओं ने जिले में कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
- प्रशासन पर मॉब लिंचिंग रोकने में विफल होने के आरोप लग रहे हैं।
आगे की कार्रवाई:
पुलिस ने जांच तेज कर दी है और आरोपियों की तलाश जारी है। घटना ने पूरे क्षेत्र में आक्रोश और असुरक्षा का माहौल पैदा कर दिया है।
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