लोणार शासकीय कार्यालयों की दीवारों पर गुटखे की पिचकारियां, वरिष्ठ अधिकारियों की अनदेखी
प्रतिनिधि: फिरदोस खान पठाण
लोणार: शहर के विभिन्न शासकीय कार्यालयों की दीवारें गुटखे की पिचकारियों से सजी हुई हैं। लोग खुलेआम गुटखा, पान और खर्रा खाकर दीवारों पर थूक रहे हैं। इनमें कर्मचारियों के साथ कार्यालय आने वाले नागरिक भी शामिल हैं। इस समस्या को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों की ओर से कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
‘दीवारों के भी कान होते हैं’ कहावत तो हम सभी ने सुनी है। अगर दीवारें बोल सकतीं, तो गुटखा थूकने वालों को जरूर फटकार लगातीं। लेकिन गुटखा बंदी के बावजूद दीवारों को गंदा करने वालों की आदत में कोई सुधार नहीं आया है। शहर के लोणार नगरपालिका, पंचायत समिति, तहसील कार्यालय समेत अन्य सरकारी भवनों की दीवारें गुटखा, पान और खर्रे की पिचकारियों से बदरंग हो चुकी हैं।
कई स्थानों पर ‘यहां थूकना मना है’ के बोर्ड लगे होने के बावजूद लोग उसी स्थान पर थूकने में अपना बहादुरी समझते हैं। अधिकारियों द्वारा जारी आदेशों का भी पालन नहीं हो रहा है।
कार्यालयों में गुटखा-पान खाने पर रोक के आदेश निष्क्रिय
इमारतों की हालत देखते हुए वरिष्ठ अधिकारियों ने आदेश दिया कि कर्मचारी कार्यालय समय में गुटखा, पान और तंबाकू का सेवन न करें। लेकिन इन आदेशों का पालन करने वाले कर्मचारी गिने-चुने ही हैं। कई लोग चोरी-छिपे गुटखा खाकर दीवारों पर थूकते हैं। इस पर सख्त कार्रवाई की मांग उठ रही है।
नगरपालिका भवन की बदहाली
लोणार नगरपालिका की नई इमारतें नागरिकों की सेवा के लिए बनाई गई थीं। लेकिन कुछ ही महीनों में इनकी सीढ़ियां, शौचालय, कोने और दीवारें गुटखे की पिचकारियों से गंदी हो चुकी हैं। प्रशासक विभा वराड़े की देखरेख में नगरपालिका में धूम्रपान और गुटखा निषेध के लिए बोर्ड तो लगे हैं, लेकिन इन पर कोई अमल नहीं हो रहा। ऐसा लगता है जैसे इन आदेशों को लकवा मार गया हो।
लोगों की इस आदत पर रोक लगाने के लिए कड़े कदम उठाने की सख्त जरूरत है।