कांग्रेस में बड़े बदलाव की तैयारी, प्रियंका गांधी को मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी

दिल्ली विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस में बड़े स्तर पर बदलाव की प्रक्रिया शुरू हो गई है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी फरवरी के अंत तक संगठन में व्यापक फेरबदल को अंतिम रूप देने जा रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, प्रियंका गांधी वाड्रा को अहम भूमिका दिए जाने की संभावना है।
लगातार हार से पार्टी में मंथन
पिछले साल लोकसभा चुनाव में 99 सीटें जीतने के बाद उत्साहित कांग्रेस का प्रदर्शन उसके बाद हुए राज्यों के चुनावों में खराब रहा। दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का खाता तक नहीं खुला, जिससे पार्टी नेतृत्व को आत्ममंथन के लिए मजबूर होना पड़ा।
नए महासचिवों की नियुक्ति और बदलाव
सूत्रों के अनुसार, पार्टी में 4 से 5 नए महासचिव बनाए जाएंगे और कुछ पुराने महासचिवों की छुट्टी तय मानी जा रही है। बिहार, राजस्थान, तेलंगाना, हरियाणा, पंजाब और असम के प्रभारी बदले जा सकते हैं। ओडिशा और महाराष्ट्र में पहले ही नए अध्यक्ष नियुक्त किए जा चुके हैं।
असम में गौरव गोगोई को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की चर्चा है। कर्नाटक में डीके शिवकुमार की जगह नई नियुक्ति हो सकती है। महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और तमिलनाडु के प्रदेश अध्यक्ष भी बदले जाएंगे।
प्रियंका गांधी को मिल सकता है बड़ा प्रभार
वर्तमान में महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के पास कोई विशेष प्रभार नहीं है। माना जा रहा है कि उन्हें किसी बड़े राज्य की जिम्मेदारी दी जा सकती है या फिर चुनाव मैनेजमेंट कमेटी का नेतृत्व सौंपा जा सकता है।
अन्य संभावित नियुक्तियां
बीके हरिप्रसाद, सचिन राव, मीनाक्षी नटराजन, श्रीनिवास बीवी, परगट सिंह, अजय कुमार लल्लू, हरीश चौधरी, जिग्नेश मेवानी जैसे नेताओं को भी अहम जिम्मेदारियां दी जा सकती हैं।
जयराम रमेश का विकल्प खोजना मुश्किल
संचार विभाग के महासचिव जयराम रमेश को बदलने की चर्चा है, लेकिन उनकी वरिष्ठता और अनुभव का कोई विकल्प नहीं मिलने के कारण फिलहाल नए चेहरे को उनके मार्गदर्शन में तैयार किए जाने की संभावना है।
इस संगठनात्मक बदलाव के जरिए कांग्रेस अपने प्रदर्शन को सुधारने और आगामी चुनावों में नई रणनीति के साथ उतरने की तैयारी कर रही है।