महाराष्ट्र की महायुति में दरार? शिंदे और फडणवीस के बीच बढ़ रही दूरी!

मुंबई | महाराष्ट्र की सत्ताधारी महायुति गठबंधन (बीजेपी-एनसीपी-शिवसेना) में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। शिवसेना (शिंदे गुट) के प्रमुख और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे बीजेपी से नाराज बताए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ उनके रिश्तों में खटास की खबरें भी सामने आ रही हैं।
हाल ही में एक कार्यक्रम में शिंदे ने इशारों-इशारों में कहा कि “उन्हें कमजोर समझने की भूल न की जाए।” इससे अटकलें तेज हो गईं कि दोनों नेताओं के बीच अंदरखाने शीत युद्ध चल रहा है।
शिंदे के मेडिकल सेल के फैसले से बढ़ा विवाद
दरअसल, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री राहत कोष की तर्ज पर एक नया मेडिकल सेल बनाने का फैसला किया, जिससे महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल मच गई। इस फैसले पर विपक्ष ने तीखी प्रतिक्रिया दी।
शिवसेना (UBT) के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने इसे “समानांतर सरकार” करार दिया और कहा कि “अगर ऐसा ही चलता रहा, तो महाराष्ट्र में राजनीतिक अस्थिरता और बढ़ जाएगी।”
शिंदे गुट की सफाई
इस मुद्दे पर मेडिकल सेल के प्रमुख और शिंदे के करीबी मंगेश चिवटे ने कहा कि “यह कोई नई पहल नहीं है। जब शिंदे साहब मुख्यमंत्री थे, तब भी हमने मुख्यमंत्री राहत कोष से जरूरतमंद मरीजों की मदद की थी। अब हम वही काम नए सेल के जरिए कर रहे हैं।”
शिंदे ने दिया स्पष्टीकरण
विवाद बढ़ता देख एकनाथ शिंदे ने खुद सामने आकर स्थिति साफ की। उन्होंने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ किसी भी मतभेद से इनकार किया और कहा, “महायुति गठबंधन में सब कुछ सही चल रहा है, कोई कोल्ड वॉर नहीं है।”
हालांकि, सियासी गलियारों में अटकलें तेज हैं कि महाराष्ट्र की सत्ता में सब कुछ उतना सहज नहीं है, जितना दिखाया जा रहा है।