गुजरात मॉडल पर कांग्रेस का हमला: जयराम रमेश बोले— ‘यह सिर्फ छलावा, राज्य कर्ज के दलदल में धंसता जा रहा’

गुजरात सरकार द्वारा पेश किए गए बजट पर कांग्रेस ने सवाल उठाते हुए दावा किया कि बीजेपी का ‘गुजरात मॉडल’ केवल एक छलावा है। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने आरोप लगाया कि राज्य पर पांच लाख करोड़ रुपये का कर्ज है, लेकिन बीजेपी सरकार इसे कम करके दिखा रही है।
गुजरात सरकार पर झूठे आंकड़े पेश करने का आरोप
जयराम रमेश ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट कर कहा, “बीजेपी का गुजरात मॉडल वास्तव में सिर्फ एक छलावा है। हाल ही में पेश हुए राज्य के बजट में सरकार ने बताया कि गुजरात पर ₹3.76 लाख करोड़ का कर्ज है, लेकिन संसद में रिजर्व बैंक द्वारा पेश किए गए आंकड़े बताते हैं कि यह कर्ज वास्तव में ₹5 लाख करोड़ के करीब है। यानी पूरे साल के बजट से भी ज्यादा।”
उन्होंने सरकार पर विधानसभा में झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर ‘गुजरात मॉडल’ इतना सफल था, तो राज्य लगातार कर्ज के दलदल में क्यों धंसता जा रहा है? आखिर यह पैसा कहां जा रहा है? क्या यह गिने-चुने उद्योगपतियों की जेब में जा रहा है?
जनता को नहीं मिल रही आर्थिक राहत
कांग्रेस नेता ने यह भी दावा किया कि राज्य में कोई कल्याणकारी योजना नहीं चल रही, जनता को कोई आर्थिक राहत नहीं मिल रही, और बुनियादी सुविधाओं में भी कोई बड़ा निवेश नहीं किया गया। उन्होंने सवाल किया कि अगर पैसा सही जगह खर्च हो रहा है, तो इसका असर जनता को क्यों नहीं दिख रहा?
‘झूठे दावे बीजेपी की राजनीति का हिस्सा’
रमेश ने कहा कि बीजेपी सरकार जनता को गुमराह करने और हर मंच पर झूठे दावे करने की राजनीति में लिप्त है। उन्होंने कहा, “गलत आंकड़े पेश करना, जनता को भ्रमित करना और झूठे दावों का प्रचार करना बीजेपी की राजनीति का हिस्सा बन चुका है। लेकिन सच को कब तक छिपाया जा सकता है?”
गुजरात बजट 2025-26
बता दें कि गुजरात के वित्त मंत्री कनुभाई देसाई ने हाल ही में 2025-26 के लिए 3.70 लाख करोड़ रुपये का बजट पेश किया था, जिसमें 148 करोड़ रुपये की टैक्स राहत की घोषणा की गई थी। हालांकि, कांग्रेस का आरोप है कि राज्य का वास्तविक आर्थिक संकट सरकार की ओर से छिपाया जा रहा है।
राजनीतिक घमासान जारी
कांग्रेस के इन आरोपों पर बीजेपी की प्रतिक्रिया का इंतजार किया जा रहा है। इस बीच, यह बहस एक बार फिर ‘गुजरात मॉडल’ की सच्चाई पर सवाल खड़े कर रही है।
क्या सच में गुजरात कर्ज के दलदल में फंसता जा रहा है? यह सवाल अब जनता के बीच चर्चा का विषय बन गया है।