AIMIM का बड़ा दावा: बंगाल में मुस्लिम आबादी 40% से ज्यादा, सभी सीटों पर लड़ेगी चुनाव

कोलकाता, 11 मार्च 2025: असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल-मुस्लिमीन (AIMIM) ने मंगलवार को दावा किया कि पश्चिम बंगाल की मुस्लिम आबादी 40% से अधिक हो चुकी है। इसके साथ ही पार्टी ने 2026 के विधानसभा चुनावों में राज्य की सभी सीटों पर लड़ने का ऐलान किया है।
AIMIM के प्रवक्ता इमरान सोलंकी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि पार्टी मुस्लिम, दलित और आदिवासी समुदायों से जुड़े मुद्दों को उठाएगी। उन्होंने कहा कि AIMIM पहले ही महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, बिहार और दिल्ली में चुनाव लड़ चुकी है और अब बंगाल में पूरी ताकत झोंकने के लिए तैयार है।
बंगाल में AIMIM की बढ़ती मौजूदगी
सोलंकी ने बताया कि पिछले पंचायत चुनावों में पार्टी को मालदा में 60,000, मुर्शिदाबाद में 25,000 और अन्य जिलों में 15,000-18,000 वोट मिले थे। उन्होंने कहा कि यह चुनावी रणनीति AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के निर्देशन में तैयार की गई है और पार्टी अब बंगाल में अपने जनाधार को मजबूत करने की कोशिश करेगी।
वक्फ संपत्ति को लेकर TMC पर निशाना
AIMIM ने तृणमूल कांग्रेस (TMC) पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि फोर्ट विलियम से हाईकोर्ट तक का इलाका वक्फ संपत्ति है, जिसका सत्ता में बैठे लोग फायदा उठा रहे हैं। पार्टी ने मांग की कि अगर TMC को मुस्लिम वोट चाहिए, तो उसे वक्फ बोर्ड के खातों की जानकारी सार्वजनिक करनी चाहिए।
TMC और BJP को एक बताया
AIMIM ने TMC और BJP को एक ही सिक्के के दो पहलू बताया। सोलंकी ने कहा, “90% मुस्लिम वोटों की वजह से TMC सरकार बना पाई, लेकिन उसने मुस्लिम समुदाय के लिए कुछ नहीं किया।” उनका दावा है कि ममता बनर्जी की पार्टी सिर्फ चुनावी फायदे के लिए मुस्लिमों का समर्थन लेती है, लेकिन उनके हितों की रक्षा नहीं करती।
बंगाल की राजनीति में नया मोड़?
AIMIM ने कहा कि 2011 की जनगणना के बाद से राज्य की मुस्लिम आबादी में तेजी से वृद्धि हुई है। पार्टी का दावा है कि नए आंकड़े आने के बाद यह पुष्टि होगी कि मुस्लिम आबादी 40% से ज्यादा हो चुकी है।
AIMIM के इस ऐलान के बाद पश्चिम बंगाल की राजनीति में नए समीकरण बन सकते हैं और 2026 के चुनावों में TMC के लिए यह एक बड़ी चुनौती साबित हो सकती है।