औरंगज़ेब की कब्र को लेकर सियासत तेज, केयरटेकर बोले- सरकार को करनी चाहिए हिफाजत

औरंगाबाद: मुगल शासक औरंगजेब से जुड़ा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब उनकी कब्र को लेकर राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। इस बीच कब्र की देखभाल करने वाले केयरटेकर फिरोज अहमद कबीर अहमद की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने सरकार से अपील की है कि वह इस मुद्दे पर सख्त कदम उठाए और विवाद को बढ़ने से रोके।
‘हुकूमत को लगाम लगानी चाहिए’ – कब्र के केयरटेकर
न्यूज एजेंसी IANS से बातचीत में फिरोज अहमद ने कहा,
“अभी सोशल मीडिया और न्यूज चैनलों पर बहुत ज्यादा विवाद चल रहा है। सरकार को इस पर लगाम लगानी चाहिए और माहौल को खराब करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।”
उन्होंने आगे कहा,
“वो भी एक मुगल बादशाह थे, जिन्होंने हिंदुस्तान पर 50 सालों तक हुकूमत की। कब्र की देखरेख हमारी जिम्मेदारी है, लेकिन महाराष्ट्र सरकार और केंद्र सरकार भी इसकी सुरक्षा की जिम्मेदार है।”
कब्र की सुरक्षा को लेकर बढ़ी चिंता
औरंगजेब की कब्र महाराष्ट्र के औरंगाबाद (अब छत्रपति संभाजीनगर) जिले में खुल्दाबाद में स्थित है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) और स्थानीय खादिमों की देखरेख में इसकी सुरक्षा की जाती है। लेकिन हाल के विवादों के चलते इसके संरक्षण को लेकर नई बहस छिड़ गई है।
पहले भी उठ चुका है विवाद
- 2022 में औरंगजेब की कब्र को बंद करने की मांग उठी थी।
- राजनीतिक दलों के नेताओं के बयान इसे बार-बार सुर्खियों में ले आते हैं।
- महाराष्ट्र सरकार पहले ही इस स्थान को लेकर कड़े सुरक्षा इंतजाम कर चुकी है।
निष्कर्ष
औरंगजेब की कब्र को लेकर जारी विवाद पर केयरटेकर ने राजनीतिक दलों से अपील की है कि इसे बेवजह का मुद्दा न बनाया जाए और सरकार इसकी सुरक्षा सुनिश्चित करे। अब देखना होगा कि सरकार इस मुद्दे पर क्या रुख अपनाती है।