हिंजवड़ी में मिनी बस में लगी आग का खुलासा: बदले की आग में झुलस गई 4 जिंदगियां

पिंपरी-चिंचवड़: आईटी सिटी के नाम से मशहूर हिंजवड़ी में बुधवार को एक टेम्पो ट्रैवलर मिनी बस में भीषण आग लग गई, जिसमें व्योम ग्राफिक्स कंपनी के चार कर्मचारियों की दर्दनाक मौत हो गई। अब इस घटना को लेकर चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। प्राथमिक जांच में खुलासा हुआ है कि यह आग महज एक हादसा नहीं, बल्कि पूर्वनियोजित साजिश थी।
ड्राइवर ने खुद लगाई थी आग! पुलिस जांच में बड़ा खुलासा
पुलिस जांच में सामने आया है कि इस घटना के पीछे बस ड्राइवर जनार्दन हंबर्डीकर का ही हाथ था। उसने यह साजिश इसलिए रची क्योंकि दिवाली के दौरान कंपनी ने उसे कम बोनस दिया था और कर्मचारियों से उसे अपमानजनक व्यवहार झेलना पड़ रहा था। इसी गुस्से और बदले की भावना से जनार्दन ने खौफनाक योजना बनाई।
जनार्दन हंबर्डीकर ने बेंजामिन केमिकल और कपड़ों के टुकड़ों का इस्तेमाल कर माचिस की मदद से बस में आग लगा दी। आग लगाने के बाद वह खुद बस से कूद गया।
कैसे रची गई साजिश?
व्योम ग्राफिक्स कंपनी में ग्राफिक्स मशीन की सफाई के लिए बेंजामिन केमिकल का उपयोग किया जाता है। पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि ड्राइवर जनार्दन ने कंपनी से यह केमिकल चुरा लिया और इसे बस की ड्राइवर सीट के नीचे छिपाकर रखा। इसके बाद उसने सुनियोजित तरीके से बस में आग लगा दी और बाहर कूद गया।
घटनास्थल पर क्या हुआ?
बस में आग लगते ही ड्राइवर ने गाड़ी से छलांग लगा दी। बिना ड्राइवर के बस करीब 200 मीटर तक दौड़ती रही और फिर एक पेड़ से टकरा गई।
बस में कुल 12 कर्मचारी सवार थे। जैसे ही आग लगने का अहसास हुआ, आगे बैठे दो यात्रियों ने तुरंत दरवाजे से कूदकर अपनी जान बचा ली। छह अन्य यात्रियों ने आग की लपटों के बीच से निकलकर कूदने की कोशिश की और बच गए।
लेकिन पीछे बैठे चार कर्मचारी पीछे के दरवाजे से बाहर निकलने की कोशिश में फंस गए और उनकी बस में जलकर मौत हो गई।
पुलिस कर रही है आगे की जांच
पुलिस ने इस पूरे मामले की गहन जांच शुरू कर दी है और आरोपी बस ड्राइवर जनार्दन हंबर्डीकर को हिरासत में ले लिया है। जल्द ही इस मामले में और भी खुलासे हो सकते हैं।