मुख्यमंत्री फडणवीस की बेलगाम मंत्रियों को नसीहत – ‘बयानों में बरतें संयम, समाज में सौहार्द बनाए रखें’

मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अपने मंत्रिमंडल सहयोगियों से समाज में सौहार्द बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने मंत्रियों को अपने बयानों में संयम बरतने की सलाह देते हुए कहा कि किसी भी तरह की टिप्पणी से समाज में द्वेष नहीं फैलना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने यह बयान ‘लोकमत महाराष्ट्रीयन ऑफ द ईयर अवॉर्ड 2025’ के अवसर पर वरिष्ठ नेता जयंत पाटील को दिए गए साक्षात्कार में दिया। इस दौरान उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की ‘राजधर्म’ की सीख को दोहराते हुए कहा कि मंत्रियों को अपनी व्यक्तिगत राय से ऊपर उठकर संविधान के प्रति निष्ठावान रहना चाहिए।
औरंगजेब विवाद के बाद बयान आया सामने
फडणवीस की यह टिप्पणी नागपुर में हाल ही में हुई हिंसा और भाजपा नेता एवं मंत्री नितेश राणे के विवादास्पद बयान के बाद आई है। हालांकि, मुख्यमंत्री ने किसी का नाम लिए बिना ही कहा कि “एक मंत्री के तौर पर हमें अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए और संविधान के अनुसार कार्य करना चाहिए। हमें अपनी व्यक्तिगत राय और पसंद-नापसंद को अलग रखना होगा।”
सभी वर्गों के साथ न्याय की प्रतिबद्धता
जयंत पाटील ने साक्षात्कार के दौरान सरकार के कुछ मंत्रियों द्वारा विशेष समुदाय के खिलाफ दिए गए बयानों पर सवाल उठाया, जिस पर मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि सरकार सभी वर्गों के साथ न्याय करने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने आगे कहा, “कई बार युवा मंत्री कुछ ऐसी बातें कह देते हैं, जिन्हें बोलने से पहले सोचने की जरूरत होती है। मैं ऐसे मौकों पर उनसे बात करता हूं और उन्हें समझाता हूं कि बतौर मंत्री उन्हें संयम बरतना आवश्यक है।”
इससे पहले, विपक्ष ने मंत्री नितेश राणे के विवादास्पद बयान को लेकर विधानमंडल परिसर में प्रदर्शन किया था। इस पर मुख्यमंत्री ने साफ किया कि सरकार संविधान की शपथ के प्रति प्रतिबद्ध है और समाज में सौहार्द बनाए रखना उसकी प्राथमिकता है।